नई दिल्ली : जस्टिस उदय उमेश ललित ने आज भारत के प्रधान न्यायाधीश का पद ग्रहण किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु उन्हें राष्ट्रपति भवन में भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश के पद की शपथ दिलाई. जस्टिस ललित कल सेरिटायर हुए जस्टिस एन वी रमना की जगह CJI बने हैं.
#WATCH | President Droupadi Murmu administers the oath of Office of the Chief Justice of India to Justice Uday Umesh Lalit at Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/HqayMJDwBB
— ANI (@ANI) August 27, 2022
जस्टिस ललित का कार्यकाल 74 दिन का होगा, जो औसत कार्यकाल से कम है. जस्टिस ललित ने पहले कुछ ऐतिहासिक निर्णय दिए हैं और वे CJI के रूप में अपने कार्यकाल में कुछ प्रमुख मामलों को भी निपटाएंगे. पूर्व जस्टिस ललित तीन तलाक मामले के ऐतिहासिक निर्णय में शामिल रहे हैं.
जस्टिस यूयू ललित का मुंबई से दिल्ली तक का सफर
जस्टिस यूयू ललित ने मुंबई से दिल्ली तक का एक लंबा सफर तय किया है। दिल्ली में वह मयूर विहार के फ्लैट में रहते थे। दिल्ली में अपनी अलग शैली से वकालत के क्षेत्र में पहचान बनाते हुए उन्होंने शीर्ष क्रिमिनल लायर के रूप में पहचान बनाई। कई मुकदमों की सुनवाई के दौरान उनकी दलीलों और मृदु भाषी व्यक्तित्व से लोग कायल हो गए।