वितरण प्रणाली निजी कंपनी को देने की हलचले
नागपुर :- बिजली वितरण क्षेत्र निजी करण नहीं होगा ऐसा आश्वासन ऊर्जा मंत्री तथा उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देने के बाद खुद उनके ही नागपुर में बिजली वितरण निगम कंपनी को देने की हलचल शुरू हुई है। शहर और जिले के विजय बिजली वितरण प्रणाली लाइसेंस के लिए टोरंट पावर लिमिटेड कंपनी में महाराष्ट्र बिजली नियामक आयोग से याचिका दायर किए हैं टॉरेंट को बिजली वितरण की अनुमति मिली तो बिजली ग्राहकों को महावितरण सहित टॉरेंट द्वारा भी बिजली लेने का पर्याय उपलब्ध होगा।
जोधपुर जिले में बिजली वितरण की जिम्मेदारी वाली कार महावितरण कंपनी के पास में है परंतु आने वाले समय में नागपुर शहर सहित विहान हीना बुटीबोरी के बिजली ग्राहकों को 30 से बिजली ले इस का पर्याय उपलब्ध होगा।
महावितरण की तरह टोरंटो बिजली कंपनी ने भी बिजली वितरण का परमिट मिले इसके लिए याचिका की है इस पर जन सुनवाई व अन्य बातों की पता होने के बाद अगली तस्वीर स्वस्थ होगी टॉरेंट को बिजली वितरण का परमिट मिलने पर कंपनी द्वारा वितरण श्रंखला खड़ी करनी होगी बिजली क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार वितरण प्रणाली कार्य करना इतना आसान नहीं है। इसलिए कंपनी को जिस क्षेत्र में बिजली बनाने का परमिट मिला तो वहां वर्तमान में अस्तीत्व वाले महावितरण कंपनी का प्रणाली टोरंटो द्वारा उपयोग में लाने की संभावना अधिक है यह बात यानि बिजली वितरण क्षेत्र का निजीकरण करने जैसे ही है ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।
कुछ वर्ष पूर्व शहर के महल गांधी बाग सिविल लाइंस इन क्षेत्रों का कार्यभार महावितरण ने स्पेन को इसके बाद एसएनडीएल को सौंपा था इस कंपनियों की लापरवाही से नागरिकों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा था आप फिर एक बार निजी कंपनी के हाथ बिजली वितरण व्यवस्था देने की हलचल शुरू है इन निजी कंपनियों के माध्यम से फिर से शहर के बिजली वितरण क्षेत्र में केवल मुनाफा कमाने वाले पूंजीपतियों के पास नहीं जाएगी इसके लिए प्रयास शुरू हुए है। इसके बाद भी कंपनी को परमिट मिला तो बिजली ग्राहकों के सहायता से इसका विरोध करने की चेतावनी महाराष्ट्र इलेक्ट्रिक सिटी वर्क्स फेडरेशन ने दी है।
@ फाईल फोटो