संदीप कांबळे, विशेष प्रतिनिधी
नागपूर :- छनक डांस अकैडमी, नागपूर ने अपना 6 वा वार्षिकोत्सव “श्री कृष्ण अर्पण” का शानदार तरीके से दि. 02.05.2024 (गुरुवार) को मनाया। उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए अकैडमी के विद्यार्थियोंने उनके भरतनाट्यम इस शास्त्रीय नृत्य का शानदार प्रदर्शन किया। साथ ही समर कैम्प के विद्यार्थियों ने अपने बॉलीवुड और टोलीवुड थीम के डांस से सभी का दिल जीत लिया।
छनक डांस अकैडमी, नागपूर की संचालिका अंजली राऊत (कांबले) जो कि एक प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर पर बेस्ट कोरियोग्राफर अवार्ड की विजेता (तत्कालीन संरक्षण मंत्री ए. के. एंटनी जी के द्वारा पुरस्कारप्राप्त) और प्रख्यात भरतनाट्यम नृत्य की गुरु के रूप में गत 13 वर्षों से विद्यार्थियों को भरतनाट्यम के साथ साथ इंडियन – वेस्टर्न डांस, लोकनृत्य, साऊथ इंडियन, फिटनेस डांस, इ. सिखा रही हैं। इन्होंने श्री कृष्णा अर्पण इस थीम पर बहोत ही मनमोहक नृत्य की पेशकश अकैडमी के विद्यार्थियों के माध्यम से की।
इस वार्षिकोत्सव की भव्यता को अधिक बढ़ाने के लिये सु. डॉ. अन्नोमा साखरे (भरतनाट्यम और पाली भाषा की विद्वान, डी. लीट. पदवी प्राप्त और राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता) प्रमुख अतिथि के रूप में मौजूद थी। प्रीति धाकडे (प्रख्यात संगीत शिक्षिका और संचालिका भास्कर संगीत महाविद्यालय, नागपूर), सूचना बंगाले (भरतनाट्यम गुरु और संचालिका नूपुर नृत्य निकेतन, नागपूर), अंतरा पेडूलवार (रेखी) (भरतनाट्यम गुरु, संचालिका अंतरा नृत्य क्रिएशन, नागपूर और प्रबंधक मानव संसाधन विभाग परसीस्टंट्स कंपनी), डॉ. अशोक चौरे जी (वरिष्ठ आरोग्य अधिकारी, सी. गी. एच. एस. नागपूर) और प्रदीप कांबले (कवि, गितकार, गायक एवं संचालक – सुदीप ध्यान केन्द्र, मौदा) ने विशेष अतिथि के रूप में वार्षिकोत्सव समारोह में उपस्थित होकर शोभा बढ़ाई।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ सभी गणमान्य अतिथियों और गुरु अंजली राऊत (कांबले) के पावन हाथों से दीप प्रज्वलन और नटराज भगवान की पूजा के साथ किया गया। सभी अतिथि यों को उनके स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन में उन्हें मोमेंटो भेट दिया गया। कार्यक्रम की प्रस्तावना पेश करते हुए कार्यक्रम की सूत्र संचालिका मृणालिनी खापरे (तामगाड़गे) ने छनक डांस अकैडमी, नागपूर और संचालिका अंजली राऊत (कांबले) के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने अखिल भारतीय गंधर्व परिक्षा, अंतरराष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय स्तर की डांस स्पर्धा, रेल्वे डिविजन की विभागीय डांस स्पर्धा एवं स्कूल स्तर पर विद्यार्थियों की विभिन्न उपलब्धियों के लिए स्तुति करते हुए उसका श्रेय गुरु अंजली राऊत (कांबले) को दिया।
इसके पश्चात प्रमुख अतिथि डॉ. अन्नोमा साखरे ने अपने संबोधन में शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के महत्व और उसकी वज़ह से होने वाले शारीरिक और बौधिक विकास के महत्व को विद्यार्थियों और अभिभावकों अवगत कराया। विशेष अतिथि प्रीति धाकडे , सूचना बंगाले और अंतरा पेडूलवार (रेखी) ने छनक डांस अकैडमी, नागपूर और संचालिका अंजली राऊत (कांबले) को शुभकामनाएं देते हुए विद्यार्थियों के परिश्रम और गुरु के मार्गदर्शन की सराहना की।
वार्षिकोत्सव गणेश भगवान को समर्पित स्वागत नृत्य के साथ शुरू हुआ और फिर “श्री कृष्ण अर्पण” इस थीम पर आधारित नृत्य और संगीत के माध्यम से एक से बढ़कर एक श्री कृष्णा भगवान के जन्म से लेकर कुछ विशेष दृश्य भरतनाट्यम नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किए गये। साथ ही समर कैम्प के विद्यार्थियों द्वारा साऊथ इंडियन और हिंदी गीतों के फ्यूजन डांस नें सभी से खूब तालियां बटोरी। थीम पर आधारित एक के बाद एक शानदार प्रस्तुतियां पेश की जिन्हें सभी ने खूब सराहा। भारी संख्या मे मौजूद अभिभावक और अन्य प्रेक्षकों ने उत्साह, उमंग, जोश और तालियों के साथ सभी विद्यार्थियों के हौसला बढ़ाया।
वार्षिकोत्सव में सभी विद्यार्थियों को सहभागिता के लिए ट्रॉफी दी गई। कु. प्रिशा मेंढे और कु. छवी उइके को भरतनाट्यम प्रारंभिक परीक्षा में डिस्टिंक्शन प्राप्त करने के लिए और समृद्धि चौहान को रेल्वे के झोनल नृत्य प्रतियोगिता में द्वितीय एवं तृतीय पारितोषिक प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही छनक कांबले को वार्षिकोत्सव “श्री कृष्ण अर्पण” के शानदार नृत्य आविष्कार के लिए सम्मानित किया गया।
अंत में हर्षवर्धन कांबले ने छनक डांस अकैडमी, नागपूर और संचालिका अंजली राऊत (कांबले) के द्वारा चलाए जा रहे विविध नृत्य-संगीत उपक्रम, उपलब्धियाँ, भविष्य की परियोजनाएं और उनके विद्यार्थियों तथा समाज पर होने वाले सकारात्मक और अच्छे असर के बारें में सभी को अवगत कराया।
शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम के निरंतर अभ्यास से शिक्षा, सामाजिक और सांस्कृतिक स्तर पर विद्यार्थियों में होने वाले सकारात्मक बदलाव की जानकारी भी साझा की। साथ ही कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए सभी अतिथियों, अभिभावकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया।
वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का सूत्रसंचालन मृणालिनी खापरे ने किया और धन्यवाद प्रस्ताव हर्षवर्धन कांबले ने दिया। कार्यक्रम का समापन गुरु अंजली के धन्यवाद ज्ञापन और मंगलम गीत के साथ समापन हुआ।