नागपुर :- कमॅर्शियल माइनिंग (Commercial Mining) के तहत कोल ब्लॉक्स (Coal Block) की नीलामी के 8वें दौर की प्रक्रिया 15 नवम्बर से प्रारंभ हो चुकी है। कोयला मंत्रालय (Coal Ministry) द्वारा इस दौर में नीलामी के लिए 5 राज्यों की 39 खानों को रखा गया है। इसमें बिहार की तीन खदान है, जिसमें 3293 मिलियन टन (MT) कोयले का विशाल भंडार है।
बिहार में एक भी कोयला खदान नहीं है। वर्ष 2000 में झारखण्ड राज्य बन जाने के बाद कोयला खदानें भी पृथक हो गईं। कमॅर्शियल माइनिंग के तहत 8वें दौर की नीलामी में बिहार में स्थित लक्ष्मीपुर, मिर्जागांव नार्थ एवं मिर्जागांव साउथ कोल ब्लॉक को सूचीबद्ध किया गया है। तीनों कोल ब्लॉक भागलपुर जिले तथा मंदार पर्वत के पास स्थित है और इसमें कोयले का 3293 मिलियन टन का भंडार स्थित है। 8वें दौर की नीलामी प्रक्रिया 15 नवम्बर से प्रारंभ हो चुकी है। ई- नीलामी 31 जनवरी, 2024 से शुरू होकर 13 फरवरी, 2024 तक चलेगी। यदि कोल ब्लॉक के लिए बोली जमा की जाती है और बोलीकर्ता को खदान हासिल करने में सफलता मिलेगी तो बिहार में कोयला खनन का रास्ता साफ हो जाएगा।
लक्ष्मीपुर कोल ब्लॉक
लक्ष्मीपुर कोयला ब्लॉक भागलपुर से 51 किमी और कहलगांव रेलवे स्टेशन से 21 किमी दूर स्थित है। जो 14.9 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है। कोल ब्लॉक के क्षेत्रफल में सिमरलपुर, ककरघाट, खिदरपुर, इमामनगर, मोहेशरम और हरिनकोल गांव समाहित हैं। इस ब्लॉक में 1035 मिलियन टन कोल रिजर्व है। यह ब्लॉक राजमहल कोलफील्ड्स के अंतर्गत है।
मिर्जागांव (उत्तर एवं दक्षिण)
सीएमपीडीआई की रिपोर्ट के अनुसार मिर्जागांव उत्तर कोल ब्लॉक में 1015 मिलियन टन तथा मिर्जागांव दक्षिण में 1243 मिलियन टन कोयला भंडारित है। उत्तरी ब्लॉक 16.60 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, जिसमें खिदरपुर, लछमीपुर, बसंतपुर, चौधरी बसंतपुर, बिजयरामी चक, मोहेशराम, मदनगोपाली, सादीपुर और पीरपैती तहसील के रिफदपुर सहित दस गांव शामिल हैं। साउथ ब्लॉक 20.30 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। इसमें जी-2 से जी-17 तक के विभिन्न ग्रेड का कोयला भंडारित है।
मंदार पर्वत कोल ब्लॉक के लिए बोलीकर्ता नहीं मिला था
इसके पहले भी बिहार के मंदार पर्वत कोल ब्लॉक का नीलामी की सूची में रखा गया था, लेकिन इस ब्लॉक के लिए बोली लगाने वाला नहीं मिला था।