नागपूर :- बुधवार, 10 जनवरी को विश्वमोहिनी अनसूया माता (पारडसिंगा निवासी) के 26वें ब्रह्मलीन दिवस के अवसर पर माजी गृह मंत्री विधायक अनिल देशमुख माजी मत्री रमेश बंग, माजी केंद्रीय मंत्री सुबोध मोहिते, गिरीश चन्द्रशेखर वरहादपांडे, पूर्व विधायक दीनानाथ पडोले, विधायक विजय घोड़मारे प्रभाकर देशमुख प्रदेश उपाध्यक्ष बजरंगसिंग परीहार प्रदेश सेवादल अध्यक्ष जान बा मस्के को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा राजा चिटनीस,/मराठी अभिनेता राजेश चिटणीस सरपंच इंद्रायणी कालबंडे, हर्षलता गौतम मेश्राम, मंगला राडके, जि. डब्ल्यू सदस्य रश्मी कोटगुले, सुभाष वरहाडे, डाॅ. रमेश पाटिल,अनसूया माता मंदिर शांति विद्या भवन डिगदोह परिसर में गणेश धानोरकर के सान्निध्य में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
प्रातः 7.30 बजे से 9.00 बजे तक मंगलस्नान आचार्य विवेक त्रिपाठी एवं रामजी त्रिपाठी पूजा, अर्चना, होम, हवन कार्यक्रम सम्पन्न करायेंगे। सुबह 9.30 बजे दिंडी सोहाला का आयोजन दिगदोह (देवी) प्रदक्षिणा जगदीश बैंड पार्टी में देवीदास अडंगले के मंगलधुन के साथ किया जाएगा। सुबह 10 बजे महाप्रसाद का वितरण किया गया. भक्तों से अनुरोध है कि वे दिलीप पनकुले परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उनकी सेवाओं में शामिल हों।
रात्रि 11 बजे रात्रि 30 बजे छप्पनभोग एवं नैवेद्य अर्पित किया जाएगा। दोपहर में वेदाचार्य आचार्य विवेक त्रिपाठी एवं रामजी त्रिपाठी द्वारा विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। दोपहर 1.00 बजे से 3.00 बजे तक जय दुर्गा भजन मंडल, डिगदोह और शाम 4.00 बजे से 5.30 बजे तक। दत्त गणोरकर द्वारा संचालित मंडल भजन प्रस्तुत किया जाएगा। शाम 5.30 बजे से 7.30 बजे तक अंकेश्वर विंचुरकर, नागपुर द्वारा रचित भजन समर्थ संगीत सांचा, 7.30 बजे महा आरती, गोपाल काला एवं महाप्रसाद का वितरण किया जाएगा।कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रिती शर्मा विलास पोटफोडे प्राची प्रवीण ढोले, वैशाली रोहित उपाध्याय, अनुराधा अनंत खोकले, सुचिता बाराहाटे, पी. एस। चौबे, सोपानराव शिरसाट, वसंतराव घटाटे, राजेंद्र असलकर, तात्यासाहेब मटे, प्रो. एस। क। सिंह, राहुल पांडे, विजय कोटगुले, अभिजीत शेंडे, नितिन राडके, योगेश मोहुर्ले, दीपक राडके, फैसल शेख, भीम तिवारी, अंकित कोल्हे, डॉ. प्रकाश राठौड़,अनिता फ्रांसिस, ममता ढोरे, अनिल यावलकर, अजय धोटे, संजय शेवाले, सुधीर मुलमुले, सरदार रवीन्द्र मुल्ला, प्रमोद वानकर, बब्लू चौहान, देवीदास अडंगले,चेतन मस्के गजानन मुले आदि भक्त, सभी शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं।