शाम के बस वाहकों ने तिकीट के पैसे लिए ऑनलाइन, सुबह के वाहक अल्पशिक्षित या अप्रामाणिक तो नही ना?

कोदामेंढी :- यहा से समीप सावंगी (कोदामेंढी) के साहू स्टडी सेंटर के मार्गदर्शक शिक्षक एवं पत्रकार किशोर साहू 24 सप्टेंबर मंगळवार को उनका नागपूर का निजी काम दोपहर को खत्म कर शाम के चार के दरमियान बाकी यात्रींओ के साथ नागपूर आगार के वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बस से नागपूर से रामटेक एवं भंडारा आगार के साधे बस से रामटेक से कोदामेंढी में शाम सव्वा सात के दरमियान पहुंचे. नागपूर आगार के वाहक एस. एन. हुमणे एवं व भंडारा आगार के वाहक व्ही. व्ही. ठवकर इनसे साहू सहित बाकी यात्रींओ ने तिकीट के पैसे ऑनलाईन देने हेतु क्यूआर कोड मांगते ही दोनों वाहकों ने क्यूआर कोड दिया. उन्होंने इंटरनेट या कव्हरेज की कोई समस्या बताइए नहीं एवं UPI नोंद की हुई तिकीट दि. लेकिन उसी दिन सवेरे के दरमियान कोदामेंढी से रामटेक एवं रामटेक से नागपूर ऐसी यात्रा करते समय भंडारा आगार के वाहक देशमुख एवं नागपूर आगार के वाहक कलमकर ने कव्हरेज व इंटरनेटकी समस्या बताकर साहू एवं बाकी यात्रियों की तरफ से तिकीट के पैसे ऑनलाईन नहीं लिए थे. इस बारे में सविस्तर वृत्त सदर अखबार में 26 सप्टेंबर के अंक से प्रकाशित किया गया है. इसलिए भंडारा आगार के वाहक देशमुख एवं नागपूर आगार के वाहक कलमकर अल्पशिक्षित या अप्रामाणिक तो नही ना?ऐसा सवाल साहू समेत बाकी यात्रियों ने मंडाया है.

संबंधित महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल के पदाधिकारी एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने भंडारा आगार के वाहक देशमुख व नागपूर आगार के वाहक कलमकर के शैक्षणिक पात्रता की सखोल चौकसी कर यह दोनों अल्पशिक्षित पाए गए तो उनके बजाय उच्चशिक्षित वाहकों की नियुक्ति करें या यह दोनो वाहक अप्रमाणिक है तो उनके बजाय प्रामाणिक वाहकों की नियुक्ति कर यात्रियों का होनेवाला मनस्ताप कम करे , ऐसी मांग महाराष्ट्र राज्य परिवहन मंडल के बसों में यात्रा करने वाले साहूसहित बाकी यात्रियों ने की है.

अब महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल के पदाधिकारी ,वरिष्ठ अधिकारी इन दोनों वाहकों पर कौन सी कार्रवाई करते हैं इस और साहू समेत बाकी यात्रियों का ध्यान लगा हुआ है.

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