– बाबा ताजुद्दीन की छब्बीसवीं पर ताजाबाद में लगा जायरीनों का तांता
नागपुर :- विश्व प्रख्यात सूफी हजरत बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के 101वें सालाना उर्स पर निकले शाही संदल में अकीदतमंदों जनसैलाब उमड़ा. लोग अकीदत के साथ संदल में शामिल हुए. हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के तत्वावधान में सोमवार को बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह के 101वें सालाना उर्स सोमवार को ट्रस्ट कार्यालय से शाही दबारी सन्दल निकला. इससे पूर्व ट्रस्ट कार्यालय में महफिले शमा से कार्यक्रम का आगाज हुआ. इसमें में बाबा ताजुद्दीन की शान में सूफियाना कलाम पढ़े गए. इसके बाद रस्म-ए-संदल हुई. पश्चात ताजाबाद ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा हजरत बाबा ताजुद्दीन रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह के सज्जादानशीन सैयद तालीफ़ ताजी, सय्यद जरबीर ताजी की दस्तारबंदी की गई. इसके बाद सुबह संदल की शुरुवात हुई. इस दौरान हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे खान, सचिव ताज अहमद राजा, उपाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र जिचकार, ट्रस्टी हाजी फारुख बावला, मुस्तफ़ाभाई टोपीवाला, बुर्जिन रंडेलिया, खादिम हाजी इमरान ताजी, ट्रस्टी गजेंद्रपाल सिंह लोहिया प्रमुख एवं बाबा ताजुद्दीन ख़ुद्दाम दरगाह ट्रस्ट के अध्यक्ष सैयद मोबीन ताजी मुख्य रूप से उपस्थित थे.
संदल में मुख्य रूप से ‘पवित्र चांदनी संदल, परचम और चादर’ लेकर ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं दरगाह के खादिम आगे बढ़ते रहे. इस दौरान अकीदतमंदों ने चादर के दर्शन किए. संदल ताजाबाद शरीफ से निकलकर सककरदरा, अशोक चौक, महाल गाँधीगेट, अग्रसेन चौक होते गुजरा. इस दौरान जगह जगह अलग अलग संगठनों ने संदल का स्वागत किया. संदल विभिन्न मार्गों का गश्त कर वापस ताजाबाद पहुंचा. संदल में आकर्षक कलाकारों की प्रस्तुति, घोड़े और बैंड, धमाल की प्रस्तुति रही. संदल की वापसी के पश्चात बाबा ताजुद्दीन की मजार पर हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से संदल व चादर पेश की गई. संदल के दौरान कड़ा पुलिस बंदोबस्त तैनात रहा.
गडकरी ने पेश की चादर
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देर रात ताजाबाद पहुच कर उर्स का जायजा लिया और बाबा ताजुद्दीन की मजार की जियारत की. इस दौरान ताजाबाद ट्रस्ट के चेयरमैन प्यारे खान, सचिव ताज अहमद राजा व अन्य सभी पदाधिकारियों ने नितिन गडकरी का स्वागत किया.
ताजाबाद में उमड़ी भीड़
बाबा ताजुद्दीन की छब्बीसवीं के अवसर पर ताजाबाद शरीफ में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. देर रात तक ताजाबाद में मेला हाउसफुल रहा. मेले में फिश द्वार हर किसी के आकर्षण का केंद्र है. पारंपरिक वस्तुओं की दुकानें भी देश भर से यहां आईं है.