– ‘केनरा’ के सेवानिवृत कर्मचारियों का एक दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन
नागपूर :- कहां जाता है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। हकीकत: यह पूरी तरह सच नहीं है, पहले हमारे ही देश में छोटे-छोटे उद्योग धंधे हुआ करते थे। कृषि समृद्धि थी। लेकिन समाज के सभी वर्ग उद्यमशील थे। इसलिए हमारा देश कृषि प्रधान नहीं बल्कि औद्योगिक प्रधान देश है। हमें यह इतिहास प्रस्तुत करना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य डॉक्टर मनमोहन वैद्य ने रविवार को व्यक्त किये।
केनरा बैंक सेवानिवृत कर्मचारी संगठन का चतुर्थ त्रैमासिक, एक दिवसीय सम्मेलन डॉक्टर हेडगेवार स्मृति भवन परिसर में महर्षि व्यास महर्षि व्यास हाॅल में आयोजित किया गया। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में डॉक्टर मनमोहन वैद्य बोल रहे थे। सम्मेलन के अध्यक्ष और केनरा बैंक सेवानिवृत कर्मचारी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल गोयल, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रवींद्र हिंमते, वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री वसंतराव पिंपलापूरे, फोरम ऑफ सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारि के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी जी देसाई, राष्ट्रीय महासचिव सि एन बरगजे, केनरा बैंक सेवानिवृत्ति कर्मचारी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव आर आर कुलकर्णी उपस्थित थे।
भारत, भारतीयता को उजागर करने हुए डॉक्टर मनमोहन वैद्य ने कहा कि भारत अपनी अलग पहचान रखने वाला देश है। इस देश ने कभी किसी को गुलाम नहीं बनाया। किसी का धर्म परिवर्तन नहीं कराया गया। किसी को लूटा नहीं गया। यह एक ऐसा देश है जो सभी प्रकार की पूजा को स्वीकार करते, हुए विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना करता है। कोरोना संकट के दौरान जब दूसरे देशों में सिर्फ सरकारी तंत्र ही काम कर रहा था, तो भारत में लाखों लोग एक दूसरे के मदद के लिए सड़कों पर उतर आए।
कर्मचारियों के हक के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे जिस भारतीय मजदूर संघ की स्थापना हुई थी वह आज सत्तर साल का हो गया है। इन सत्तर वर्षों में यह संगठन दुनिया का नंबर एक ट्रेड यूनियन बन गया है। भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रवींद्र हिंमते ने संकल्प व्यक्त किया कि, राष्ट्र को प्रथम मानने वाला भारतीय मजदूर संघ कर्मचारियों के अधिकारों के लिए संघर्ष करता रहेगा।
सि एन बरगजे ने कहा कि केनरा बैंक के सेवानिवृत कर्मचारियों को उचित पेंशन मिलनी चाहिए। इसके लिए समय-समय पर सशक्त आंदोलन चलाया जाएगा। व्हि जी देसाई ने पेंशन के मुद्दे पर भी प्रकाश डाला।
पारिवारिक पेंशन भोगियों को पहचान पत्र जारी करना, पेंशन अपडेट होना चाहिए, टर्मिनल लाभों के प्रयोजन के लिए विशेष भत्ते को शामिल करना, पारिवारिक पेंशन भोगियों को अवकाश गृह सुविधा मिलना चाहिए, बैंक में शिकायत निवारण तंत्र जैसे बैठकों में हमारे संगठन के प्रतिनिधित्व दायित्व देना, सेवानिवृत्ति व्यक्तियों के विकलांग बच्चे पारिवारिक पेंशन और एव स्वास्थ्य बीमा योजना लागू किया जाए, अनिवार्य रुप से सेवानिवृत कर्मचारियों को चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति करना चाहिए ऐसे प्रस्ताव को इस सम्मेलन में पारित किया गया।
उद्घाटन सत्र का परिचय अशोक भूताड ने दिया तथा संचालन अरविंद त्रिपाठी ने किया। अजय जोशी ने आभार प्रदर्शन व्यक्त किया।
इस सम्मेलन में मान्यवर प्रभूती एम एच शिवप्रकाश, राघवेन्द्र आचार, केनरा बैंक के सहायक महाप्रबंधक जागीरदार, उदय मनोहर रवि पोहरकर, सुरेश चौधरी, प्रकाश मनोहर, महेंद्र भिसीकर, दीपक गाडगे, किशोर अय्यर तथा देश भर के प्रतिनिधि शामिल हुए।