– इसके बाद स्मार्ट सिटी प्रबंधन देगी बकाया 50% राशि टाटा मोटर्स को फिर टाटा समूह शुरू करेगी शेष 25 बसों की DELIVERY प्रक्रिया ..
नागपुर – पुरानी कहावत हैं ‘चाय से ज्यादा केतली गर्म’ अर्थात मनपा में टेंडर में अंकित प्रक्रिया को कोई अहमियत नहीं,इसके बजाय खुद की अहमियत दिखाने की कोशिश की जाती हैं.ऐसा ही कुछ विगत सप्ताह मनपा प्रशासन से संलग्न SMART CITY PROJECT MANAGEMENT द्वारा किया गया.मनपा परिवहन बेड़े में ELECTRIC BUS देने संबंधी BOARD के निर्णय बाद टेंडर निकाली गई,टेंडर शर्त पूरी न करने की वजह से बसों को नागपुर की सड़कों पर आने में देरी लगी.आज सोमवार 9 जनवरी 2023 को सशर्त बसें दौड़ाई गई फिर SMART CITY प्रबंधन भुगतान करेगी।वह भी तब जब “NewsToday24*7” ने SMART CITY PROJECT MANAGEMENT की करतूतें सामने लाई.
नागपुर शहर में पिछले सप्ताह इंडियन साइंस की 108 वीं CONVENTION आयोजित की गई थी,इस दौरान स्मार्ट सिटी प्रबंधन द्वारा खरीदी की जा रही टाटा समूह की इलेक्ट्रिक बसों का प्रदर्शन हो,ऐसी गुजारिश केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने की थी,उनके कार्यालय से नियमित FOLLOW UP किया जाता रहा लेकिन स्मार्ट सिटी प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी।
SMART CITY PROJECT MANAGEMENT अबतक अपने AIM & OBJECTS को पूरा करने में अबतक पूर्णतः असफल रही.वजह साफ़ है कि इस TEAM में कागजी घोड़े दौड़ाने वालों की फ़ौज का लालन-पालन हो रहा हैं,इनमें से अधिकांश दिनभर सिर्फ ‘YES SIR,JI SIR,NO SIR’ करते नज़र आएंगे।किसी से भी कुछ पूछिए जवाब READYMADE मिलेगा,यह IMPOSSIBLE हैं,अक्सर दूसरे के तरफ उंगलियां उठाते नज़र आएंगे,लेकिन इन सभी का मासिक वेतन मनपा के कर्मियों से दोगुणा-तिगुणा हैं.इस चक्कर में स्मार्ट सिटी का मूल उद्देश्य आज भी अधर में हैं.
दूसरी ओर शहर को बस सेवा प्रदान करने की होड़ में खुद की पीठ थपथपाने के लिए पहल तो की लेकिन जब बसें शहर में वितरक द्वारा ला लिया गया तो उसे भुगतान करने में आनाकानी कर रही हैं,स्मार्ट सिटी प्रबंधन साफ़-साफ़ कह रहा कि भुगतान के लिए समय नहीं,10 जनवरी 2023 के बाद देखेंगे ?
जब मामला “NewsToday24*7” तक पहुंचा तो संबंधितों से बात करने की कोशिश की तो कुछ बात करने से कतरा गए तो कुछ अनमने ढंग से जवाब दिए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्मार्ट सिटी प्रबंधन की मूल जिम्मेदारी में ध्यान केंद्रित कर उन्होंने शहर बस सेवा जो मनपा प्रशासन द्वारा संभाली जा रही,उस बेड़े में पहले टेंडर के तहत 15 इलेक्ट्रिक बसें और दूसरे टेंडर के हिसाब से 25 इलेक्ट्रिक बसें देने की हामी भरी.
सूत्र बतलाते है कि इसके बाद टेंडर जारी किया गया,दोनों टेंडर टाटा समूह को मिला।
टेंडर के तय शर्तो के अनुसार टाटा के वितरक को PURCHASE ORDER के साथ 10%,PROTO INSPECTION के साथ 40% और जब आखिरी 15 वीं एवं 25 वीं बस की DELIVERY करेंगी तब शेष 50% भुगतान किया जाना था.
अब पिछले सप्ताह से टाटा के वितरक के कामठी रोड स्थित गोडाउन में सभी 15 बसें आकर खड़ी होने के साथ पूरी प्रक्रिया पूर्ण कर चुकी हैं.लेकिन स्मार्ट CITY प्रबंधन शेष 50% राशि भुगतान करने में आनाकानी कर रहा हैं.यह कह कर कि प्रबंधन के पास वक़्त की कमी है और यह उनके प्राथमिकताओं में नहीं हैं,इस मामले पर 10 जनवरी 2023 के बाद गौर करेंगे।
लेकिन जब “NewsToday24*7” ने पोल खोली तो दूसरे ही दिन SMART CITY की TEAM ने निरिक्षण किया और तैस में निर्देश दिया कि सोमवार 9 जनवरी 2023 को सभी 15 बसें सड़क पर दौड़ा कर दिखाओ फिर शेष 50% का भुगतान करेंगे।इसी क्रम में आज सभी 15 बसें दौड़ाई गई.
वहीं इलेक्ट्रिक बसों के निर्माता और मनपा को इलेक्ट्रिक बसें पूर्ति करने वाले पहली कंपनी हैदराबाद की ओलेक्ट्रा समूह का शेष 23 बसें नियमित सेवाएं देनी शुरू कर दी.दूसरी आपूर्तिकर्ता टाटा समूह का भी 15 बसें आज से सड़कों पर नज़र आना शुरू हो गया.
इसके बकाया भुगतान के बाद दूसरे 25 इलेक्ट्रिक बसों को मनपा को सौंपने की तैयारी शुरू करेगी,फ़िलहाल टाटा के धारवाड़,बेलगांव में बस तैयार खड़ी हैं.
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बसें DELIVERY के लिए तैयार,लेकिन SMART CITY प्रबंधन कर रहा आनाकानी