नागपुर :- महाराष्ट्र के पुणे में तेजी से पैर पसार रहा (GBS) रोग अब महाराष्ट्र के बाहर भी पहुंच गया है। इस बीमारी से अब तक तीन लोगों के मौत की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र के बाद गुलियन-बैरे सिंड्रोम के मरीज की पश्चिम बंगाल में पुष्टि हुई थी।
अब तेलंगाना में भी जीबीएस का एक मरीज मिला है। इसके बाद महाराष्ट्र के सभी जिले अलर्ट मोड में आ गए है।
पुणे में गुलियन बैरी सिंड्रोम (GBS) बीमारी के मरीज पाए जाने के बाद अब नागपुर में भी सतर्कता की दृष्टि से मनपा द्वारा उपाय किए जा रहे हैं। मनपा आयुक्त अभिजीत चौधरी के निर्देशों के अनुसार शहर के सभी अस्पतालों को दिशानिर्देश जारी किए गए।
जीबीएस के मरीज पुणे में काफी गति से बढ़ रहे हैं जिससे पूरे राज्य का स्वास्थ्य प्रशासन सतर्क हो गया है। इस संदर्भ में मनपा की ओर से भी सभी अस्पतालों को संदिग्ध या बाधित मरीजों की पंजीयन करने के बाद इसकी जानकारी मनपा के स्वास्थ्य विभाग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए जाने की जानकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर ने दी।
घबराने की जरूरत नहीं
स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर ने कहा कि जीबीएस कोई नई बीमारी नहीं है। उपचार के बाद रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाता है लेकिन कुछ को लंबे समय तक परेशानी का अनुभव हो सकता है। नागरिकों को सावधान रहना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए। यदि किसी को चलने में कठिनाई, कमजोरी, अंगों में झुनझुनी, अंगों में ताकत की कमी, दस्त, बोलने या भोजन निगलने में कठिनाई सहित किसी भी अन्य लक्षण का अनुभव होता डॉक्टर से उपचार लेना चाहिए। सरकारी आदेश के अनुसार सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सर्वेक्षण शुरू कर दिया गया है। अगर निजी अस्पतालों को ऐसे मरीज मिलें तो महानगर पालिका को सूचना देने की सलाह भी सेलोकर ने दी।
ये हैं लक्षण
चलने में कठिनाई कमजोरी
अंगों में झुनझुनी
अंगों में शक्ति की कमी
दस्त
निगलने में कठिनाई
सांस लेने में दिक्क्त
इस तरह रखें ध्यान
दूषित पानी न पिएं, उबालकर पिएं
भोजन ताज़ा और स्वच्छ होना चाहिए
पका हुआ भोजन और बासी भोजन एक साथ नहीं रखना चाहिए
अपने हाथ बार-बार धोएं