नागपुर :- महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर से प्रकाशित होने वाले राष्ट्रीय साप्ताहिक ‘राष्ट्र पत्रिका’ के संपादक कृष्ण नागपाल की दसवीं नवीन साहित्यिक कृति, ‘पापा अभी जिन्दा हैं…’ का विमोचन नई दिल्ली में आयोजित विश्व पुस्तक मेला में देश की विख्यात हस्तियों की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
कहानी संग्रह, ‘पापा अभी जिन्दा हैं’ का प्रकाशन भारत के विख्यात प्रकाशन डायमंड बुक्स नई दिल्ली के द्वारा किया गया है। डायमंड पॉकेट बुक्स प्रा.लि. के विशाल स्टॉल में आयोजित गरिमामय विमोचन समारोह में लेखिका प्रभा ललित सिंह, माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्व विद्यालय के विभागाध्यक्ष प्रो. पवित्र श्रीवास्तव, आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी, लेखक गिरीश पंकज, पुस्तक लेखक कृष्ण नागपाल, व्यंग्यकार सुभाष चंदर, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुल सचिव प्रोफेसर अविनाश वाजपेयी, आईआईएमसी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पवन कोंडल सहित अनेक गणमान्य हस्तियां उपस्थित थीं।
कवि, गजलकार, कथाकार तथा व्यंग्यकार गिरीश पंकज ने कहा कि, कृष्ण नागपाल ने सजग पत्रकारिता के साथ-साथ आम आदमी के जीवन के संघर्ष से जुड़ी सार्थक कहानियां लिखने और प्रेरक उपन्यास रचने का जो कीर्तिमान रचा है वह वंदनीय और प्रशंसनीय है। उनकी रचनाओं के पात्र काल्पनिक होने की बजाय यथार्थ जीवन के जीते-जागते किरदार होते हैं, जिन्हें पढ़ने और जानने से अत्यंत सुखद अनुभूति होती है और यह विश्वास भी बलवति होता है, जिन विषयों पर दूसरे लेखक अक्सर लिखने से कतराते हैं, कृष्ण नागपाल निष्पक्षता और निर्भीकता के साथ बड़ी आसानी से कह जाते हैं। साहित्य और पत्रकारिता के चमकते सितारे कृष्ण नागपाल को महाराष्ट्र शासन के द्वारा मुंशी प्रेम चंद पुरस्कार (कहानी) एवं बाबूराव विष्णु पराडकर-स्वर्ण (पत्रकारिता-कला के लिए) पुरस्कृत और सम्मानित किया जा चुका है।