नागपूर :- यह एक पुरोगामी, आशाजनक और दूरदर्शी बजट है. जैसा कि उम्मीद थी कि अंतरिम बजट यानी की वोट on एकाउंट होने की वजह से,कर प्रस्तावों और आयात शुल्क सहित कर दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
राजकोषीय घाटा 5.1% से नीचे आने से शुद्ध सरकारी उधारी कम हो जाएगी और राजकोषीय समेकन और वृहद अर्थशास्त्र प्रबंधन को बढ़ावा मिलेगा.इस बजट मे व्यापक घोषणाए मुख्यत: ग्रामीण विकास योजना,एमएसएमई के लिए विशेष सहयोग एवं इज ओफ डूइंग बिज़नेस,
बुनियादी ढांचे के पूंजीगत व्यय, रूफ टॉप सौर ऊर्जा, मध्यम वर्ग के लिए आवास, निजी और सार्वजनिक निवेश, नवाचार, सनराइज क्षेत्र, विमानन, ईवी इको सिस्टम, कोयला गैसीकरण, जैव-विनिर्माण,जैव-निम्नीकरणीय उत्पाद, पर्यटन क्षेत्र और आयात में कमी पर विशेष फोकस किया गया है. एक निश्चित निर्दिष्ट राशि तक पिछले वर्षों की आयकर मांगों में छूट से मुकदमेबाजी की कार्यवाही में कमी आएगी और करदाताओं को राहत मिलेगी.