भंडारा :- खमारी गाँव भंडारा में मनजीत कौर मतानी का सत्कार किया गया जिस प्रकार आरसी बेटी अपने गांव जाती है उस ही प्रकार उनको संपूर्ण गाव ने बहुत प्यार दिया . मनजीत कौर मतानी का ये कोशिश रंग लाती हुए दिख रही है परमात्मा एक धर्म को लोगों ने मतानी को अपनी बेटी स्वीकार करते हुए उनका साथ दे रहे है मेहर बाबू जी के नक़्शे क़दम पर चलते हुए वो बताती है कि अगर हर एक गाव नशा मुक्त हो गया तो सोचिए ना कक्राइम होगा और दांपत्य जीवन भी सफल रहेगा .
महिलाओं की लिए ये वरदान के समान है की पूरा गांव अगर नशा मुक्त है तो वो दुनिया की सब से जड़ा सौभाग्य शाली व्यक्ति है उन्होंने कहा मुझे बहुत अर्चन अति है लोग दबाव भी दल है मगर जब से परमात्मा एक का सहयोग मिल रहा है तो सही अर्चना दूर होती जा रही है. मनजीत कौर मतानी ने बताया उनके और पिता का साया नहीं मगर जो प्रेम मिलता है वो कही ना कही उनको लगता है उनके पिता अभी भी उनके साथ है वैसे ही खमारी में उनका स्वागत किया और इतना प्यार दिया की वो भावुक हो गई .
उनका मानना है कि मुझे ना किसी की दौलत या पद आकर्षित करता है बस वो प्रेम और दुआ की ही आशा रखती है जो मुझे मिलता है वहाँ गांव के मुखिया दमाई बाबू ने कहा मेरे आंसू नहीं रुक रहे है लगा है जैसे मेरी बिटिया रानी मेरे गांव आई है.
संकल्प पूरा होता जा नज़र आ रहा है ऐसा मनजीत कौर मतानी ने कहा समाज की कुरीतियों के लिये जो लड़ाई वो लैड रही थी धीरे धीरे उनका असर उनको अब देखने मिल रहा है और जानता है साथ और प्रेम दोनों.
योगेश तुरशकर ,विश्वनाथ नेवरे, देवराव मदनकर, रघुपती फुंदे रामकृष्ण शेंडे, धनराज शेलोकर, संजय मते, चंद्रपाल गावळ, हरिभाऊ लांजेवार, सीताराम शिवणकर, गेदलाल कुंभरे, दामोधर्जि वंजारी, प्रेमचंद वैरागडे, रामदास जगनाडे, चंदूजी चौधरी, सुधीर पडोळे, आत्माराम देशकर, दीपक देशकर, प्रदीप उपरिकर, पतीराम कांबळे, पारसराम चामट, गोपाल पवनकर, सुखदेव शीवनकर, विनायक दखणे, मोरेश्वर पंदराम, रूपंचद उरके, परसराम भानाकर, देवचंद अतकरी, अनिल कतोर, महेरा हटवार, वसंत लिल्हारे, भिकरि दमाहे, कैलाश शेंडे, नेपाल कुंभरे, रामकुमार नगरधाने, नरेश नेताम, प्रमोद सोनावणे, प्रकाश देशकर, भुमेश्वर किरणापुरे, गुणीराम गडेरिये मौजूद थे.