नागपूर :-नागपुर महानगर पालिका क्षेत्र के अंतर्गत प्राथमिक आरोग्य केंद्र, क्षयरोग उच्चाटन के अंतर्गत काम करने वाले अस्थायी आरोग्य कर्मचारियों एवं “आशा” कर्मियों को दिवाली का बोनस दिया जाए इस मांग को लेकर अभीतक निगम प्रशासन ने कोई निर्णय नाही लिया अतः आज शुक्रवार दिनांक 18 नवम्बर 2022 को संविधान चौक पर “बोनस का क्या हुआ हम तो पूछेंगे” इस नारे के साथ धरना दिया. धरना आंदोलन का आह्वान नागपुर महानगरपालिका अस्थायी आरोग्य कर्मचारी संगठन ने किया था. ज्ञात रहे बोनस दिये जाने की मांग को लेकर कामगारों ने पहले ही 10 अक्टूबर को आंदोलन किया था और नागपुर महानगरपालिका के अतिरिक्त निगम आयुक्त राम जोशी को ज्ञापन सौंपा गया था. नागपुर महानगरपालिका के अंतर्गत वर्ष 2015 से नागरिक प्राथमिक आरोग्य केंद्र चल रहे हैं और पिछले करीब 20 वर्षों से राष्ट्रीय क्षयरोग उच्चाटन कार्यक्रम चलाया जा रहा है लेकिन आज तक इन कार्यक्रमों में कार्यरत कंत्राटी आरोग्य कर्मचारियों को एक भी वर्ष का दिवाली बोनस दिया नहीं गया.
आज यूनियन के द्वारा दिए गए निर्णय का क्या हुआ जानने हेतु डॉ. नरेंद्र बहिरवार, आरोग्य अधिकारी, मनपा से चर्चा करने हेतु यूनियन का एक उच्च स्तरीय शिष्ठ्मंडल यूनियन के अध्यक्ष भाई जम्मू आनंद के नेतृत्व में मिल. शिष्ठ्मंडल में भाई आनंद के अलावा अर्चना मंगरुलकर, धरती दुरुगवार, रुपेश सैजारे, रामटेक, रेशमा अडागले का समावेश था. डॉ. बहिरवार ने जानकारी दी की आरोग्य विभाग की ओर से इस मुद्दे पर चर्चा चल रही है लेकिन आगे कहा की निगम आयुक्त ही इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेंगे. भाई आनंद ने इस बात को दोहराया की बोनस या कामगारों के द्वारा किये जाने वाला काम को सम्मानित करने एवं प्रोत्साहित करने हेतु दिया जाता है. नागपुर महानगरपालिका इन कर्मियों को बोनस इसलिए भी दे क्योंकि राष्ट्रीय शहरी आरोग्य मिशन के तहत काम करने वाले आरोग्य कर्मी एवं आशा कर्मी नागपुर शहर वासियों की ही सेवा कर रहे हैं और आरोग्य की सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं, ऐसी स्थिति में नागपुर महानगरपालिका की भी नैतिक जिम्मेदारी है कि वह बोनस दे. ज्ञात रहे की जिन कामगारों के लिए मांग की जा रही है वे सारे अस्थायी कामगार है अतः वे बोनस के लिए हक़दार है.
आज के प्रतिनिधि मंडल के साथ चर्चा के दरम्यान पिछले वर्ष का ५ प्रतिशत मानधन में की जानेवाली बृद्धि अभी तक नहीं दी गयी जबकि हर वर्ष यह वृद्धि सितम्बर या फिर अक्टूबर में मिल जाती थी. डॉ. बहिरवार ने इस मुद्दे पर जानकारी दी की मंत्रालय स्तिथआरोग्य विभाग को कई पत्र लिखे गए हैं. उन्होंने आशा जताई की जल्द ही सभी कर्मचारियों को मिल जायेगा. आज के नारे निदर्शन में बड़ी संख्या में आरोग्य कर्मचारी एवं आशा कार्यकर्त शामिल हुए.