संदीप कांबळे, कामठी
कामठी ता प्र 23:-आज 23 मार्च को स्वास्थ्य संवर्धन 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ वेद मंत्रों के साथ संपन्न हुआ।इससे पहले कल 22 मार्च की शाम को शान्ति कुंज, हरिद्वार से पधारे देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर चिन्मय पंड्या की उपस्थिति में चौबीस हजार दीप जलाकर दीप यज्ञ किया गया।इस अवसर पर डॉक्टर चिन्मय पंड्या ने भक्त ध्रुव, प्रह्लाद, संत ज्ञानेश्वर, स्वामी रामदास समर्थ, गौतम बुद्ध ,चैतन्य महाप्रभु की भक्ति की शक्ति के बारे में श्रद्धालुओं को बताते हुए कहा कि उनमें भी असीम शक्ति है और एकाग्रता से वे असंभव को भी संभव बना सकते हैं।
दीप यज्ञ प्रारम्भ होने से पहले उन्होंने यज्ञ में भाग लेने आये सैकड़ों परिजनों से प्रत्यक्ष भेंट की तथा स्वास्थ्य उपवन (पोरवाल पार्क) जाकर वहां की व्यवस्थाओं की भूरि भूरि प्रशंसा की।आज दिनांक 23 मार्च को भी प्रातः 7 बजे से सभी देवताओं के आव्हान के साथ यज्ञ का शुभारंभ हुआ। आज यज्ञ का आखिरी दिन होने के कारण सबेरे से ही यज्ञ में बैठने के लिए दूर दूर से आये भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था। सम्पूर्ण 108 कुंडों में प्रत्येक कुंड पर 4 जोड़ों के अतिरिक्त पांच से दस लोगों ने शान्ति कुंज हरिद्वार से पधारे आचार्य श्री श्याम बिहारी जी दुबे के मार्गदर्शन में यज्ञ किया। इसके पश्चात सभी 33 कोटि देवताओं को संगीतमय बिदाई दी गई एवं गायत्री माता की आरती के साथ ही आज तीन दिवसीय यज्ञ का समापन हुआ।आज लगभग 6 से 7 हजार भक्तों ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया। समन्वयक डॉ विनय हजारे, आशीष श्रीवास्तव,निलेश अग्रवाल,सुभाष शर्मा तथा महेन्द्र वाही ने यह जानकारी दी।