– उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के जन्मदिन के निमित्त बोर्ड परिक्षा पास विद्यार्थीयों का “पॅलिटिकल प्रचार सत्कार” संपन्न,महालक्ष्मी मंदिर में हुआ राजनैतिक कार्यक्रम,धर्म और राजनीति का अनोखा संगम
नागपुर :- दक्षिण-पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक और राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के जन्मदिन के अवसर पर दसवीं बारहवीं कक्षा ( 35% से लेकर मेरिट विद्यार्थियों तक ) पास विद्यार्थियों का एक प्लास्टिक फ़ाइल,एक बाॅल पेन, लेखक प्रा.अरूण कणेर की “जाणून घ्या शासकीय योजना रोजगार संधी नामक” नामक पुस्तक और अभिनंदन पत्र (विद्यार्थीयों के बिना नाम का) देकर सन्मानित किया.
29 जुलाई शनिवार के आयोजित इस सत्कार कार्यक्रम के लिए भाजपा के प्रभाग 52 के आयोजक नेताओं द्वारा नरेंद्र नगर के मधुबन सोसायटी में सार्वजनिक महालक्ष्मी मंदिर की जगह का चुनाव उपस्थित पालकों को अनुचित लगा.
देश के युवा विद्यार्थियों को इस प्रकार से सत्कार कार्यक्रम के बहाने धर्म और राजनीति का पाठ पढ़ाने की आयोजकों की मंशा कार्यक्रम में साफ-साफ झलक रही थी.
कार्यक्रम में माजी नगरसेवक सेविकाएं सहित भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित अनेक विद्यार्थियों और पालकों की उपस्थिति रही.
मंच संचालन में उद्घोषकों द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व नगर सेवकों को माजी या भूतपूर्व नगरसेवक ना कहकर केवल नगरसेवक कहना उपस्थित जन समुदाय को अटपटा सा लगा.
सवा साल हुए मनपा पदाधिकारियों और नगरसेवकों का कार्यकाल खत्म हुए लेकिन वे सभी अभी भी आम जनता के सामने खुद को नगरसेवक बताने से बाज नहीं आ रहे हैं.
इन सभी माजी नगरसेवकों और नगरसेविकाओं के दिलों दिमाग से अभी भी पार्षद का भूत पूरी तरह से उतरा नहीं हैं.
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं को पुरस्कार प्राप्त करने के लिए आये विद्यार्थियों का सही ढंग से नाम भी लिखना भी नहीं आ रहा था.रजिस्टर में कई विद्यार्थीयों के नाम गलत लिखें और माइक पर भी नामों का गलत संबोधन भी किया गया.
विभिन्न धर्मों,समुदायों और राजनैतिक दलों से संबंध रखने वाले विद्यार्थीयों और उनके पालकों को आयोजक बार-बार “भारत माता की जय” और ” वंदे मातरम् ” का जयघोष लगाने के लिए माइक पर उकसा रहे थे.
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को भाजपा नेताओं का यह बर्ताव बहुत ही बुरा लगा.आखिर वे गुणवंत विद्यार्थियों के सत्कार समारोह में आये थे या भाजपा के किसी चुनावी राजनैतिक समारोह में?
कार्यक्रम में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने आमंत्रित किये गये भाजपा के अनुभवी,ज्ञानी प्रवक्ता ने मेरिट में पास हुए विद्यार्थियों का ज्ञान संवर्धन करने की बजाय 35% अंक हासिल करने वाले विद्यार्थीयों को ही एक सफल और मेहनती युवा बताकर उनके लिए “राजनीति” में उज्जवल भविष्य के मंत्र बताए.
उन्होंने उदाहरण के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चाय बेचकर प्रधानमंत्री बनकर पढ़े लिखें लोगों को अपना नौकर बनाने का भी किस्सा सुनाया.
भाजपा के इस प्रवक्ता ने कार्यक्रम के दौरान मोदी सरकार द्वारा देश के सभी विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू करने का महत्व बताते हुए उच्च शिक्षा के लिए एज्युकेशन लोन,व्यवसाय करने के लिए मुद्रा लोन का महत्व समझाया.
पिछड़े वर्ग के एक मेरिट विद्यार्थिनी के पिता ने अपना अनुभव बताया कि जब वे अपनी बेटी की उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक में एज्युकेशन लोन के लिए आवेदन किया तो बैंक ने आवेदन रद्द करते हुए बताया कि आपके काॅलेज के कोटेशन में इंजीनियरिंग शिक्षा के 4 साल के पाठ्यक्रम की फीस का उल्लेख ही नहीं किया हैं जो कि आपको छात्रवृत्ति के रुप में मिलेगी और बैंक केवल काॅलेज की व्यवस्थापन फीस 25 हजार रुपये सालाना का केवल 10 प्रतिशत ही दे सकती हैं.
इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थीयों को काॅलेज की फीस के अलावा लगने वाले शैक्षणिक और भौतिक साहित्य जैसे, लेपटाप, मोबाइल,किताबें,काॅपीया,स्टेशनरी,दो पहिया वाहन खरीदने के लिए दिये गये एज्युकेशन लोन के आवेदन को भी बैंक ने दूसरी बार रद्द कर दिया था.जबकि यह सारी जरूरतें एज्युकेशन लोन के अंतर्गत आती हैं.
कार्यक्रम में उपस्थित पीड़ित पालकों ने आयोजकों द्वारा बताये गये मार्गदर्शन और मोदी सरकार द्वारा बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए लागू की गई लोक लुभावन योजनाओं को लॉलीपॉप बताते हुए मोदी सरकार और आयोजकों की कथनी और करनी में काफी अंतर बताया.
गुणवंत विद्यार्थियों के सत्कार समारोह में आयोजकों द्वारा पुरस्कार देते हुए एक भी बच्चे का परिक्षा में अंक प्रतिशत नहीं बताया और ना ही रजिस्टर में नाम लिखते समय विद्यार्थियों से प्रतिशत पूछा गया.
उप मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर युक्त विद्यार्थियों को बांटे गए अभिनंदन पत्रों में आयोजक विद्यार्थियों का नाम लिखना ही भूल गए.वे वाकई भूल गए या जानबूझकर भूल गये या भाजपा के राज में विद्यार्थियों का बिना नाम लिखें प्रमाण पत्र,डिग्रीयां बांटने का ही रिवाज हैं?
देश में प्रधानमंत्री की डिग्री को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा हैं और मामला अभी भी कोर्ट में प्रलंबित हैं.
कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्यार्थियों और पालकों के लिए आयोजकों ने अल्पोहार की भी उचित व्यवस्था की थी.समोसे और दाल बड़े का साईज देखकर और एक ही समोसा,बड़ा बंटता देखकर उपस्थित मेहमान भाजपा नेताओं की मेहमान नवाजी और दरियादिली से गदगद हो उठे.
उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के जन्मदिन के अवसर पर 10 वीं 12 वीं बोर्ड के गुणवंत विद्यार्थियों का भाजपा आयोजकों द्वारा किया गया यह सत्कार समारोह सभी विद्यार्थियों और पालकों के लिए हमेशा याद रहने लायक एक अविस्मरणीय पल जरूर रहेगा.