नागपूर :- सर्वजातीय पुनर्विवाह परिचय संमेलन का आयोजन केदारे मॅरेज ब्युरो की ओर सें विदर्भ साहित्य संमेलन सभागृह मोर भवन में संपन्न हुआ । कार्यक्रम की अध्यक्षता हलबा समाज के वरिष्ठ समाजसेवी गिरीधारी निमजे ने की, जब की सुरेश कुंभारे, अंबादास पराते, और श्याम सोनकुसरे विशेष अतिथी के रूप में उपस्थितीत थे ।
कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए आयोजक भास्कर केदारे ने कहा कि आज हलबा समाज को फेका हुआ समज समजा जहाँ रहा है अपने लोग अपनोको लेकर नही चल रहे है । जिसके चलते समाज कमजोर पडता जा रहा है । उन्होंने अपने संबोधन में किसान आत्महत्या, मिलावट खोरी, आधी विषयो पर भी प्रकाश डाला । अध्यक्षीय भाषण में गिरधारी निमजेने कहा कि पुनर्विवाह समय की गरज है सभी समाज मे ऐसे युवक युवतींया है जो दुर्भाग्य से अपने जीवन साथीयो से बिछड गये है । जीवन के अंतिम पड़ाव में साथीदार की जरूरत होती है । जिसे ऐसे परिचय संमेलन पुरा करते है इसलिए हर समाज में पुनर्विवाह पर जोर देकर ऐसे संमेलन होने चाहिये । उन्होने आज तक १४२ विवाह जोडे है इस अवसर पर सुरेश कुंभारे अंबादास पराते और श्याम सोनकुसरे ने भी अपने विचार रखे । कार्यक्रम मे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, छत्तीसगड आदींसे युवक युवतियों ने परिचय संमेलन में हिस्सा लिया