नागपूर :- ईडीया अगेंस्ट ईवीएम और समस्त भारतीय नागरीको के अगुवाई में केद्रीय चुनाव आयोग की नीतियों पर और ईवीएम के विरोध में विराट जनआक्रोश मोर्चा का आयोजन 11 मार्च को किया गया. ईबीएम एक ऐसा माध्यम है जिसपर भारत के जनमानस को शंका है, के उनका बोट सही जगह पड रहा के नहीं? देश भर की सड़को पर ईवीएम मशीने पड़ी मिली, कई लाख मशीने चोरी हो गई या नदारद है, ईवीएम एक मशीन होने के नाते उसे कोई भी नियंत्रित कर सकता है, और इसके प्रत्यक्ष प्रात्यक्षिक भी हमने देखे है, ईवीएम मशीन हैक करने का दावा बहोत लोगो ने किया है और मशीन हैक करके भी दिखाया है. ईवीएम बनाने वाली कंपनी में बीजेपी के डारेक्टर है, लोकतंत्र में चुनाव प्रकिया का पारदर्शी होना बहोत जरुरी है, चुनाव प्रक्रिया लोकतंत्र की नीव है, और ईवीएम मशीन के द्वारा इस नीव को कमजोर किया जा रहा है, चुनाव आयोग स्वतंत्र होने के बावजूद उसे पूरी स्वतंत्रता से मोदी की सरकार काम नही करने वे रही.
इसलिए इंडिया अगेंस्ट ईवीएम के जरिये 11 मार्च 2024 को राष्ट्रीय विराट जन आकोश मोर्चे का आयोजन किया गया. इस मोर्चे में हजारो की तादात में लोगो ने हिस्सा लिया। इस मोर्चे का नेतृत्व ईंडीया अगेंस्ट ईवीएम फोरम की राष्ट्रीय संयोजक अड. स्मिता कांबले, ईडीया अगेंस्ट ईबीएम के अड. आकाश मून, इंडीया अगेंस्ट ईवीएम के राष्ट्रीय निमंत्रक, प्रीतम प्रियवर्शी ने किया।
विराट जनाकोश मोर्चा सोमवार दिनांक 11/3/2024 को दोपहर 2 बजे संविधान चौक नागपुर से चुनाव आयोग कार्यालय, सीबील लाईन्स नागपुर तक निकाला गया जिसमे लीला चीतले (जेष्ठ स्वतंत्रता सेनानी), सुनिल केदार (पुर्व मंत्री विधायक), दिलीप खोडके (मराठा सेवा संघ), अड. मो. आत्तीक शेख (राष्ट्रीय संयोजक, IAE), अमन कांबले (इरिक्टर, आवाज इंडीया टिव्ही), जावेद पाशा, रमेश पिसे, सरोज आगलावे, उषा बौद्ध, जयश्री गणवीर, पुष्पा बौद्ध, अड़. भावना जेठे आदि ने हिस्सा लेकर सम्बोधन किया. ईवीएम के खीलाफ एक सशक्त और मजबूत जन आंदोलन हि हमें और हमारे संविधान को बचा सकता है। ईवीएम विरोधी यह लढाई आजादी की दुसरी लढाई है। इसे गंभीरता से ले। ईस आंदोलन का जागतीक महत्व समझें। अगर आज आप ईस आंदोलन से नहीं जुड़े तो आनेवाली नस्ले हमें कभी माफ नहीं करेगी। अभी भी वक्त है। ईवीएम के खिलाफ ये जंग आगे भी जारी रहेगी ऐसे वक्तव्य वक्ताओं ने किये
मोर्चे की अगुवाई करनेवाले शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी विपिन इटनकर की अपनी मांगो का ज्ञापन सौपा जिसमे प्रमुखता से एबीएम के जगह बैलेट पेपर से ही चुनाव करने की मांग थी. जिलाधिकारी विपिन इटनकर इनसे इस विषय पे लगभग 10 मिनट तक चर्चा भी हुई. जिसमे उन्होंने इस मांग को पूरा करने का पूरा प्रयत्न करने तथा चुनाव आयोग तक इस मांग को लेके जाने का आश्वासन भी दिया।
इस मोर्चे को सफल बनाने के लिए मौसमी बागड़े, राजेश लांजेवार, आनंद तेलंग, अजय बागड़े, राजीव झोडपे, राहुल कांबले, अढ़. प्रफुल भालेराव, विश्वास पाटिल, भारत लोखंडे, प्रशांत शेंडे, धीरज सहारे, रितेश देशभ्रतार, मयूरी धूपे, अपर्णा चौरे, अदिति पाटिल, हरीश लांजेवार इत्यादि ने भरकस प्रयास किये।