नागपुर :- एयरबस हेलिकॉप्टर्स और इंडमर (Indamer) ने भारत में हेलिकॉप्टर्स के बेहतरीन ऑफ्टर-मार्केट सेवाओं के लिए हाथ मिलाया है। इससे देश में रोटरी-विंग मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (एमआरओ) ईकोसिस्टम को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
इंडमर मुंबई, नई दिल्ली और नागपुर में अपने संयंत्रों में एयरबस हेलिकॉप्टर्स के लिए एमआरओ सेवाएं उपलब्ध कराएगी। नागपुर संयंत्र का उद्घाटन महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज रोमेन ट्राप, (एक्ज़ीक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट, कस्टमर सपोर्ट एंड सर्विसेज़, एयरबस हेलिकॉप्टर्स) और प्रजय पटेल, (डायरेक्टर, इंडमर, एविएशन प्राइवेट लिमिटेड) की उपस्थिति में किया। इस मौके पर रेमी मेलार्ड, (प्रेसिडेंट एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, एयरबस इंडिया एंड साउथ एशिया) और सनी गुगलानी, (हेड ऑफ हेलिकॉप्टर्स, एयरबस इंडिया एंड साउथ एशिया) भी मौजूद रहे।
रोमेन ट्राप, एग्ज़ीक्यूटिव वाइस-प्रेसिडेंट, कस्टमर सपोर्ट एंड सर्विसेज़, एयरबस हेलिकॉप्टर्स ने कहा, “भारत में स्थायी एंड-टू-एंड रोटरी-विंग एविएशन इकोसिस्टम बनाना और उसे सपोर्ट करना एयरबस हेलिकॉप्टर्स के लिए महत्वपूर्ण है। इंडमर के साथ हमारा उद्देश्य भारत में अपने बढ़ते बेड़े और आने वाली संभावनाओं के लिए सेवाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ ऐसी तकनीकी क्षमता विकसित करना है जिससे भारत की एमआरओ महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।”
प्रजय पटेल, डायरेक्टर, इंडमर एविएशन ने कहा, “लगभग एक दशक पहले इंडमर ने हेलिकॉप्टर्स के लिए भारतीय ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरी करने के लिए अपना रोटरी-विंग एमआरओ डिवीज़न स्थापित करने का रणनीतिक निर्णय लिया था। एयरबस से मिली अनुमति इस उद्देश्य के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता का ही परिणाम है। उचित समर्थन के साथ हमें इस बात का पूरा भरोसा है कि भारतीय ग्राहकों की रखरखाव संबंधी ज़रूरतों को घरेलू स्तर पर ही अच्छी तरह पूरा किया जा सकता है। इस साझा दृष्टिकोण को लेकर हम एयरबस के साथ हैं और उनकी अनुमति के लिए आभार प्रकट करते हैं।”
इंडमर-एयरबस हेलिकॉप्टर्स एमआरओ से न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे दक्षिण एशिया में एयरबस हेलिकॉप्टर्स के ग्राहकों के लिए प्रभावी आफ्टर-मार्केट अनुभव तैयार करने और कम समय में सर्विसिंग के सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। एयरबस हेलिकॉप्टर्स की इंडमर के साथ यह साझेदारी, भारत में एयरबस के लगातार बढ़ते औद्योगिक प्रभाव की नई कड़ी है जो देश में परिपक्व, व्यापक एरोस्पेस इकोसिस्टम का आधार तैयार करने की कोशिश है। आज एयरबस के हर कमर्शियल एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर में ऐसी महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजी और पुर्जे हैं जिन्हें भारत में डिज़ाइन किया गया है, बनाया गया है और उनका रखरखाव भी भारत में ही होता है।
इंडमर पहले से ही भारत में हेलिकॉप्टर्स के लिए सबसे बड़ा एमआरओ ऑपरेटर है जो नागपुर, मुंबई, पुणे और नई दिल्ली जैसी कई जगहों पर मौजूद है। एयरबस घरेलू सिविल और पैरापब्लिक (parapublic) हेलिकॉप्टर बाज़ार में अग्रणी भूमिका में है। वर्ष 2010 से नई रजिस्टर्ड डिलिवरी में से आधे से ज़्यादा हिस्सेदारी एयरबस की है। फिलहाल 125 से ज़्यादा एयरबस हेलिकॉप्टर्स भारत और दक्षिण एशिया में ऊर्जा, कमर्शियल और बिज़नेस एविएशन सेंगमेंट के ऑपरेटर्स द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इनमें एच125, एच130, एच145 और डॉफिन जैसे विश्व के प्रमुख प्लेटफॉर्म शामिल हैं।