नागपुर :- श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल अंतर्गत श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर महावीर नगर में वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव का समापन वात्सल्य रत्नाकर मुनिश्री स्वात्मनंदी गुरुदेव के सानिध्य में धार्मिक विधि विधान के साथ संपन्न हुआ | श्रीजी का अभिषेक और शांतिधारा गुरुदेव के सानिध्य मे संपन्न हुई | शांतिधारा करने का सौभाग्य नितिन नखाते और प्रतीक भेलांडे परिवार को प्राप्त हुआ। दुग्धाभिषेक उषा अजीत कहाते ने किया। मूलनायक 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर की प्रतिमा विराजमान करने का सौभाग्य जगदीश गिल्लरकर, बाहुबली भगवान प्रतिमा अनिता किशोर धोपाडे, 16 वें तीर्थंकर शांतिनाथ भगवान की प्रतिमा शुभांगी सुभाष कुकेकर, 20 वें तीर्थंकर भगवान की प्रतिमा पीहु पीयूष तुपकर, प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान की प्रतिमा प्रणिता श्रीकांत मानेकर, 23 वें तीर्थंकर पारसनाथ भगवान की प्रतिमा मंगला सोईतकर को नए वेदीपर विराजमान करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। नए वेदी को सुशोभित किया था। पं. संजय सरस ने मंत्रोच्चार के साथ धार्मिक विधि संपन्न की। संगीतकार मिनी जैन ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया था। दीप प्रज्जवलन व आचार्य शांतिसागर गुरुदेव और आचार्यश्री आर्यनंदी गुरुदेव के चित्र का अनावरण अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री नितीन नखाते, अ.दि.जैन सैतवाल संस्था मध्यप्रदेश के महामंत्री देवेंद्र राऊलकर , उमेश मोदी भैसदेही, दिलीप राखे ने किया| गुरुदेव का चरण प्रक्षालन सुभाष येलवटकर और जिनवाणी भेंट प्रा.उमेशचंद्र सरोदय को सौभाग्य प्राप्त हुआ | मंगलाचरण महिला शाखा द्वारा प्रस्तुत किया गया |कार्यक्रम का संचालन प्रकाश मारवड़कर ने किया |गुरुदेव ने एक कथा के माध्यम से अपने संबोधन मे सत्य ,त्याग का जीवन में क्या महत्व है यह बताया |सत्य, संयम, त्याग की धारणा जीवन में होनी चाहिए | गुरुदेव ने कहा दृष्टि सीधी होनी चाहिए। मिथ्यात्व के साथ क्रोध, मान, माया आती हैं। भगवान की प्रतिष्ठा होने के बाद उसे निकालते नहीं। देव, शास्त्र, गुरु के बिना कही भी दृष्टि नहीं होना चाहिए। श्री चंद्रप्रभु भगवान के मोक्ष कल्याणक दिवस के उपलक्ष में लड्डू अर्पित करने का सौभाग्य आशा मोदी, रत्नमाला मोदी को प्राप्त हुआ | चंद्रनाथ भागवतकर, दिलीप जगताप ने विशेष सहयोग किया। श्री पार्श्वप्रभु दिगंबर जैन सैतवाल मंदिर इतवारी के महामंत्री दिलीप राखे, नरेश मचाले, जितेन्द्र गडेकर ने गुरूदेव को श्रीफल अर्पित कर निवेदन दिया और उपस्थित समाज को सिद्धचक्र महामंडल विधान के बारे में जानकारी दी |संस्था के अध्यक्ष चंद्रकांत वेखंडे ने वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव में समाज के सहयोग के लिए, जिस किसी का भी इस कार्यक्रम के लिए सहयोग रहा है उन सभी के प्रति तहे दिल से आभार माना|
– तीर्थरक्षाशिरोमणी आचार्यश्री आर्यनंदी गुरुदेव का अवतरण दिवस
श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल, अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था द्वारा रविवार 17 मार्च को तीर्थरक्षाशिरोमणी आचार्यश्री आर्यनंदी गुरुदेव 117 वें अवतरण दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल के ग्रेट नाग रोड, महावीरनगर स्थित सभागृह में किया गया हैं। सुबह 8 बजे मंदिर से प्रभातफेरी निकलेगी। उसके बाद गुरुपूजन, दीप प्रज्जवलन और उदघाटन समारोह होगा। विनयांजली सभा, मुनिश्री स्वात्मनंदीजी गुरुदेव का उदबोधन होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिलीप घेवारे मुंबई करेंगे। अतिथि अजीत जैन वडोदरा, सुरेशदादा कहाते वाढोना, विजय संगवे, पं. अरविंद मुखेडकर मुंबई, डॉ. राजेश फडकुले सोलापुर, रमेश रणदिवे मुंबई, विद्याधर भुस, विजयकुमार लुंगाडे पुना, पवन अंबुरे परभणी, महावीर घोडके माजलगाव, प्रतीक संगवे, शालिनीताई पलसापुरे मुंबई, रूपेश वायकोस चिखली, गुलाबचंद बोरालकर छत्रपति संभाजीनगर, संजय देशमाने छत्रपति संभाजीनगर, शैलेश कंगले, ईशा कोलेकर पुना उपस्थित रहेंगे।
समारोह में उपस्थिती की अपील श्री सैतवाल जैन संगठन मंडल के अध्यक्ष चंद्रकांत वेखंडे, अखिल दिगंबर जैन सैतवाल संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री नितिन नखाते ने की हैं।