इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय द्वारा उठाये गए अभिनव कदमों पर सम्मेलन एवं प्रदर्शनी शामिल होगी
सम्मेलन में भारी उद्योग मंत्रालय की योजनाओं पीएलआई – ऑटो, पीएलआई एसीसी, कैपटल गुड्स -2 एवं फेम के कार्यान्वयन पर विचार किया जाएगा
प्रदर्शनी में उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी एवं वाहनों को प्रदर्शित किया जाएगा
नई दिल्ली :- केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय 4 फरवरी, 2023 को हरियाणा के मानेसर स्थित अंतरराष्ट्रीय ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी केंद्र (आईसीएटी) में एकदिवसीय मेगा कार्यक्रम ‘‘पंचामृत की ओर” का उद्घाटन करेंगे। सीओपी 26 में – ‘पंचामृत की सौगात’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई घोषणाओं के अनुरुप, इस कार्यक्रम का आयोजन देश में ऑटोमोटिव उद्योग के विकास को बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय द्वारा उठाये गए अभिनव कदमों को रेखांकित करने के लिए किया जा रहा है।
इस अवसर पर, केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय तथा केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्ण पाल प्रदर्शनी, आईसीएटी इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव उद्योग के अग्रणी व्यक्तियों, नीति आयोग, भारी उद्योग मंत्रालय, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई), पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, बिजली मंत्रालय, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, शिक्षाविदों, स्टार्टअप्स एवं छात्रों की भागीदारी भी दिखाई देगी।
सम्मेलन में भारी उद्योग मंत्रालय की योजनाओं पीएलआई – ऑटो, पीएलआई एसीसी, कैपटल गुड्स -2 एवं फेम के कार्यान्वयन पर विचार करने के लिए ऑटोमोटिव उद्योग एवं भारी उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक समर्पित परस्पर संवादमूलक सत्र के आयोजन की भी योजना है। इस स्कीमों का लक्ष्य नवोन्मेषण के एक परितंत्र का विकास करना है जो हरित एवं स्वच्छ गतिशीलता समाधानों में सक्षम बनाएंगे तथा कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सहायता करेंगे।
तकनीकी सत्रों में हाइड्रोजन, बिजली के वाहनों, जैव ईंधन तथा गैस से चलने वाले वाहनों के लिए प्रौद्योगिकीयों के विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इनमें इन नई प्रौद्योगिकीयों के तेजी से अनुकूलन के लिए नीति और नियामकीय इकोसिस्टम पर विचार विमर्श किया जाएगा और इनसे भविष्य की रूपरेखा के निर्माण में सहायता मिलेगी। आईसीएटी इनक्यूबेशन सेंटर स्टार्टअप्स का पोषण करेगा एवं बाजार के लिए तैयार उत्पादों के विकास में उनकी आरंभिक सहायता करेगा।
गणमान्य व्यक्तियों के समक्ष आईसीएटी में उपलब्घ परीक्षण एवं प्रमाणन अवसंरचना का भी प्रदर्शन किया जाएगा।