भोपाल :- मध्यप्रदेश में शिक्षा के गिरते स्तर के दावों की पोल खोलते आंकड़े सामने आए है। जर्नलिस्ट जितेंद्र सिंह को मिली प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। प्रदेश में पहली से तीसरी कक्षा के 75 प्रतिशत बच्चे शब्द तक नहीं पढ़ पाते। 86 प्रतिशत बच्चे अक्षर नहीं पहचान सकते। राज्य के हर ब्लॉक में पहली बार सर्वे कराया गया था। सर्वे के बाद अब बच्चों को नए तरीके से पढ़ाने की तैयारी जोरों से की जा रही है। ज्ञात हो कि एक ओर प्रदेश सरकार लगातार प्राथमिक शिक्षा को मजबूत बनाने का दावा करती है। लेकिन शिक्षा विभाग की सर्वे रिपोर्ट में इन दावों की पोल खुल गई। ग्रामीण और ब्लॉक स्तर पर किए गए सर्वे रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए है। जहां प्रदेश में पहली से तीसरी कक्षा के 75 प्रतिशत बच्चे ऐसे है जो शब्द तक नहीं पढ़ पाते है। 86 प्रतिशत बच्चे अक्षर तक नहीं पहचान सकते। साथ ही 85 प्रतिशत बच्चे वाक्य नहीं बना पाते है। इधर राज्य सरकार लगातार स्कूलों में शिक्षको की भर्ती कर रही है,लेकिन शिक्षा विभाग के सर्वे रिपोर्ट के बाद प्राइमरी की शिक्षा पर सवाल खड़े हो रहे है। इस मामले में राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस ने जर्नलिस्ट जितेंद्र सिंह को जानकारी देते हुए बताया कि बच्चों को लोकल भाषाओं में पढ़ाया जाएगा।किताबों और अन्य सरल माध्यम से उन्हें शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग पूरी तरह से प्रयासरत है।
ब्यूरो रिपोर्ट – फ्रीलांसर जर्नलिस्ट जितेंद्र सिंह शिवनी मध्य प्रदेश मोबाइल 9425175828