नागपुर :- शहर के हजारों एप बेस्ड आधारित टैक्सी चालकों का ओला उबर कंपनी और परिवहन विभाग द्वारा लगातार किये जा रहे शोषण के खिलाफ टैक्सी चालकों के संगठन विदर्भ एप बेस्ड टैक्सी युनियन के सदस्यों ने बार बार शिकायत करने के बावजूद शिकायत को दरकिनार करने वाले दोषीयों की शिकायत राज्य लोकसेवा अधिकार आयोग के पास की थी.
यूनियन की जायज मांगों पर संज्ञान लेते हुए राज्य लोकसेवा अधिकार आयुक्त ने दिनांक 26 अप्रैल 2023 को अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन महाराष्ट्र शासन, विभागीय आयुक्त, पोलिस आयुक्त,जिलाधिकारी,पोलिस उपायुक्त (यातायात), एएनआय टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, बैंगलोर,उबेर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली सहित सात प्रतिनिधियों को नोटिस जारी किया हैं.
पिछले कुछ वर्षों से शहर के हजारों ओला उबर टैक्सी चालक कंपनी के शोषण और परिवहन विभाग की गलत नीतियों से प्रताड़ित हो रहे हैं.
एप बेस्ड एग्रीगेटर टैक्सी कंपनीयों ने देश के लाखों बेरोजगार टैक्सी चालकों को टैक्सी व्यवसाय में भारी भरकम मुनाफे का लालच दिखाकर कंपनी में टैक्सी पार्टनर्स का दर्जा देकर अपने व्यवसाय में शामिल किया था.
लाखों बेरोजगार टैक्सी चालकों ने अपने घर बार बेचकर, साहूकारों,सरकारी और निजी बैंकों,फायनेंस कंपनियों से कर्जा लेकर कंपनियों के नियम और शर्तों के अनुसार नई टैक्सीयाँ खरीदकर इस व्यवसाय में लगायी थी.
कुछ ही वर्षों में कंपनी की ओर से टैक्सी पार्टनर्स से सेवाओं पर आनन-फानन शुल्क वसूली करके मुनाफा कम कर दिया.
पिक अप सेवाओं पर चार्जेस न देना,एसी उपयोग के अतिरिक्त चार्जेस न देना,पीड़ित टैक्सी चालकों की शिकायतों का निवारण न करके यात्रियों की ही शिकायतों को प्राथमिकता देकर सजा के तौर पर सेवा से निलंबित करने जैसी कार्यवाही की जा रही हैं.
कोरोना महामारी के दौरान कोरोना महामारी से और दुर्घटनाओं के दौरान मारे गए सैकड़ों टैक्सी चालकों के परिवारों को ओला उबर टैक्सी कंपनी ने किसी भी प्रकार का आर्थिक मुआवजा नहीं दिया.
कंपनी और सरकार की ओर से टैक्सी पार्टनर्स और उनके परिवार के लिए किसी भी प्रकार की सुरक्षा,संरक्षण,सुविधा न मिलने से देश के लाखों टैक्सी चालकों का भविष्य इन निजी एप बेस्ड एग्रीगेटर कंपनियों के व्यवसाय में दांव पर लगा हुआ हैं.
आरटीओ और महानगर पालिका की ओर से शहर में ऑटो रिक्शा टैक्सी चालकों की तरह ओला उबर टैक्सी चालकों को भी वाहन पार्किंग सुविधा नहीं होने से ट्राफीक पुलिस के चालान खतरा हमेशा सिर पर मंडरा रहा हैं.
रेल्वे स्टेशन पर भी ओला उबर टैक्सी चालकों को वाहन पार्किंग सुविधा न मिलने से और यात्रियों के लिए पिक अप सुविधा नहीं होने से टैक्सी चालकों को यात्रियों के गुस्से और कंपनी से की शिकायतों का बार बार शिकार होना पड़ रहा हैं.
यातायात विभाग द्वारा ओला उबर टैक्सी चालकों पर तरह तरह के बेफालतू के नियम और कड़ी शर्तों को लादकर भारी भरकम जुर्माना,सेवा शुल्क वसूली करके आर्थिक,मानसिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा हैं.
इन प्रताड़नाओं से तंग आकर टैक्सी चालकों के संगठन विदर्भ एप बेस्ड टैक्सी युनियन के सदस्य दीपक साने ने मंगलवार दिनांक 20 अप्रैल 2023 को राज्य लोकसेवा अधिकार आयुक्त अभय यावलकर के पास लिखित रूप में शिकायत की थी.