– कच्छी वीसा मैदान में श्रीमद्भागवत कथा जारी
नागपुर :- मानव का श्रेष्ठ धर्म वही है जो परमात्मा के प्रति प्रेम कराए। श्रेष्ठ धर्म वह है जो प्राणी मात्र के प्रति मानव के मन में दया, करुणा, प्रेम को भर दे। धर्म वह है जिसका आचरण करने से भक्ति उत्पन्न हो। भगवान में अनुराग करा दे वह धर्म है। परमात्मा ही सत्य और असत्य दोनों है।इन्हीं में सब व्याप्त हैं। जिसको कोई न मिटा सके वह परमात्मा हैं।उक्त आशय के उध्बोधन भाई श्री रमेश भाई ओझा ने भक्तों से लकडगंज के कच्छी वीसा मैदान में ओ. जे अग्रवाल चैरिटबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिवस कहे। कथा के मुख्य यजमान ओ. जे अग्रवाल परिवार हैं।
महाराज श्री ने धर्म की व्याख्या करते हुए कहा कि मानवता धर्म के क्षेत्र को मुखर करती है। मनुष्यता ही सर्वोपरि है। धर्म कोई नशा नहीं है, धर्म तो अमृत है। जो किसी को बहकाए वह धर्म हो ही नहीं सकता। धर्म बहकाने का नहीं संसार को महकाने का नाम है। ध्यान रखने की जरूरत है कि मनुष्य अपने धर्म से भटकने न पाए। राम की महत्ता पर गोस्वामी तुलसीदास जी का उदाहरण देते हुए रमेश भाई ओझा ने कहा कि कलियुग में राम नाम ही भवसागर से पार कर सकता है। मनुष्य योनि यदि जीव का आभूषण है तो राम मानवता के आभूषण हैं। रामायण के अनुसार धर्म के समान सत्य और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि सत्य सनातन है, इसलिए हमारा धर्म भी सनातन है। हमारे राम सत्य की प्रतिमूर्ति हैं तो माता सीता स्नेह और लक्ष्मण समर्पण के प्रतिमूर्ति हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भागवत कथा में इसकी व्याख्या बहुत ही स्वास्थ्य है। जो इहलोक और परलोक दोनों का उद्धार कर दे वह धर्म है। इस जीवन का सर्वांगीण विकास इसी धर्म की धुरी से होता है। सांसारिक जीवन को अच्छी शिक्षा प्रदान करते हैं हमारे धर्म ग्रंथ। परमात्मा तक पहुँचाने, उनके चरण कमल का दर्शन कराने वाली है यह भागवत। सभी अपने धर्म को सर्वोपरि बताते हैं। भागवत में कहा गया है कि सबके धर्म का सम्मान करो परंतु सनातन धर्म की पूजा करो।उन्होंने कहा कि इस सांसारिक देह में एक सूक्ष्म शरीर है। सब नाशवान है परंतु वह सूक्ष्म शरीर कभी नहीं मरता।
आज व्यास पीठ का पूजन रवि अग्रवाल, पुष्पा देवी अग्रवाल, नरसिंग दास अग्रवाल,ज्योति अग्रवाल,राजेश अग्रवाल,सुनील अग्रवाल,मंजूदेवी अग्रवाल, प्रणय अग्रवाल, भावना अग्रवाल, अविनाश गुप्ता सहित अन्य ने किया। कथा का समय दोपहर 3:30 से 7 बजे तक रखा गया है। रविवार को श्री कृष्ण जन्म मनाया जाएगा। सभी से उपस्थिति की अपील की गई है।