– सहयोगी जनप्रतिनिधि को मासिक आर्थिक लाभ के साथ उनके घरों के कामकाज निपटाया जाता हैं
नागपुर :- मनपा प्रशासन की अपनी एक परंपरा हैं,काम करने वाले अधिकारी या कर्मचारी पर ही काम का बोझ लाधा जाता है और जो कामचोर है या कहीं और भी काम कर रहा उसे संरक्षण दिया जा रहा.ऐसा ही कुछ नज़ारा हैं मंगलवारी जोन का.जोन के स्वास्थ्य विभाग में 10 % की अतिरिक्त जिम्मेदारी पर तैनात नानेटकर न सिर्फ पिछले 9 साल से जोन में तैनात है,बल्कि रोजाना सफाई कर्मियों की हज़ारी घोटाले को सफल अंजाम देकर अपनी जेब गर्म कर रहा हैं.इस काली कमाई से सहयोगी जनप्रतिनिधि को मासिक आर्थिक मदद करने के अलावा सफाई कर्मियों से उन जनप्रतिनिधियों के घरों के काम नियमित करवा के दे रहा.उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए मनपायुक्त और मंगलवारी जोन के वार्ड अधिकारी से जागरूक नागरिकों ने मांग की है कि नानेटकर को तत्काल अन्यत्र तबादला कर जाँच की जाए.जाँच में दोषी पाए जाने पर हज़ारी घोटाले से मनपा को लगाया गया आर्थिक नुकसान की वसूली सह निलंबित किया जाए.
मनपा प्रशासन के नियमानुसार किसी भी कर्मचारी/अधिकारी की एक विभाग में अधिकतम 5 वर्ष से ज्यादा नहीं रखा जाए,ताकि वह अपनी पैठ मजबूत कर भ्रष्टाचार न कर सके.लेकिन नानेटकर पिछले 9 साल से कुछ नगरसेवकों की मदद से मंगलवारी जोन में कुंडली मार कर न सिर्फ बैठा है,बल्कि हज़ारी घोटाला कर मनपा को चुना लगा रहा हैं.
रोजाना वक़्त पर काम पर आने वाले और कर्मठ कर्मियों को सताना नानेटकर का शौक है.क्यूंकि इनसे किसी भी प्रकार का आर्थिक लाभ नहीं होता हैं.ऐसे 30 से 40 कर्मी है जो नानेटकर से त्रस्त हैं,इनमें से किसी ने कहीं शिकायत की तो उसे हर प्रकार से परेशान करने लग जाता हैं.
और जो रोजाना देरी से या ड्यूटी पर आते ही नहीं,उनकी हज़ारी नानेटकर लगाकर उन सभी से माहवारी वसूल रहे है,देरी से आने वाले से 7000 रूपए मासिक वसूला जा रहा हैं.इनकी संख्या 50% से अधिक हैं.
कई दर्जन सफाई कर्मी आधा दिन काम करते है,उनसे नानेटकर 4000 मासिक वसूलता हैं.
इसके अलावा बहुत से सफाई कर्मी खासकर महिलाकर्मी काम पर आते ही नहीं,इनकी नियमित हज़ारी लगाया जा रहा.इनसे भी मासिक 9000 रूपए वसूला जा रहा,ऐसे कर्मी प्राइवेट बिल्डिंग/कॉलोनी का साफ़ सफाई का ठेका लेकर दोहरी लाभ उठा रहे हैं.
नानेटकर सह उनके खास खास सफाई कर्मियों के परिजन जो महिलाएं है,वे कभी काम पर आते ही नहीं,उनकी भी नियमित हज़ारी सह वेतन उठाया जा रहा,जिसकी बड़ी हिस्सेदारी नानेटकर की हैं.
खास बात यह है कि अधिकांश सफाई कर्मी की घड़ी को नानेटकर सह उसके करीबी ‘हैंडल’ करते है,वे ही उसके ‘डाटा’ सेट करते और ‘डिलीट’ करते हैं.
उक्त काले कारनामें से शहर की साफ़ सफाई तो प्रभावित हो रही,साथ ही मनपा को आर्थिक नुकसान हो रहा हैं.
उल्लेखनीय यह है कि नानेटकर को सहयोग करने वाले जनप्रतिनिधि को मासिक आर्थिक लाभ के अलावा उनके उनके घरों के कामकाजों के लिए महिला पुरुष कर्मी नियमित भेजे जाते हैं.इसके एवज में नानेटकर का जितनी भी बार तबादला किया गया ,उतनी बार लाभार्थी जनप्रतिनिधियों ने उसका तबादला रुकवा दिया।
कुल मिलाकर मंगलवारी जोन के सफाई कर्मी जो ईमानदारी से अपनी सेवाएं दे रहे है,सभी के सभी दहशत में हैं,साथ ही उन्हें 2-3 सफाई कर्मियों का काम करना पड़ रहा हैं.
एमओडीआई फाउंडेशन ने मनपायुक्त और मंगलवारी जोन के वार्ड अधिकारी से मांग की है कि नानेटकर को तत्काल अन्यत्र तबादला कर जाँच की जाए.जाँच में दोषी पाए जाने पर हज़ारी घोटाले से मनपा को लगाया गया आर्थिक नुकसान की वसूली सहनिलंबित किया जाए.