– फिर चाहे अख़बार हो,या ELECTRONIC MEDIA या फिर PORTAL,शर्त जितना सकारात्मक मसाला भेजा जायेगा,उतना ही परोसना हैं
नागपुर :- लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों द्वारा खर्च सीमा की औपचारिक घोषणा के बावजूद MEDIA HOUSES ( NEWSPAPERS,इलेक्ट्रॉनिक मीडिया,वेबसाइट,पोर्टल, नेशनल-इंटरनेशनल मीडिया के प्रतिनिधि) बिना PAID NEWS के एक शब्द नहीं छापते,न दिखाते।
इसके अलावा नकारात्मक प्रचार-प्रसार न हो या उसे बढ़ावा न मिले,इसलिए चुनिंदा मीडिया कर्मियों,मीडिया संगठनों के पदाधिकारियों को भी PAID किया जाता हैं.
इसके लिए भी जिले में ‘दादा’ जैसे ठेकेदार मौजूद हैं.जो हर उम्मीदवार तक संदेशा पहुंचा कर सौदेबाजी करते हैं.भले 5 उम्मीदवारों से 50 आये लेकिन बांटते 25 ही हैं,बाकि अंदर !
जिले से लेकर देश के पहले 5 बड़े धाकड़ उम्मीदवार PAID NEWS का सहारा लेते हैं,फिर अख़बार हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या फिर पोर्टल।
उम्मीदवारों द्वारा PAID NEWS पर किया गया खर्च ही चुनाव आयोग द्वारा तय किये गए कुल खर्च के पार चला जाता है,वह भी नगदी में.
विडम्बना यह है कि CEC या उसके लोकसभा वार सम्बंधित अधिकारी की चुप्पी उनके कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठती रही हैं.
नागपुर या रामटेक,या फिर पहले चरण के विदर्भ में 5 लोस क्षेत्र के पहले 5 उम्मीदवारों तक मीडिया हाउसेस और मीडिया के दलालों ने चाय-पानी का लेखा जोखा भेज दिया है,जल्द से जल्द उन्हें उम्मीदवारों के खासमखास द्वारा चुप रहकर सकारात्मक सहयोग करने की कीमत पहुंचा दी जाएगी।
उल्लेखनीय यह है कि मीडिया हाउसेस का शेयर MEDIA WISE पहुँचाया जाता है और दलालों के मार्फ़त व्यक्तिगत लाभार्थियों को दिया जाता हैं ,इनमें सिर्फ नागपुर शहर के 2 दर्जन से अधिक दिग्गजों का समावेश हैं.इन सबमें सबसे बड़े लाभार्थी और प्रभावी ‘दादा’ ही रहेंगे,इस बार भी ?
उल्लेखनीय यह भी है कि बगैर PAID NEWS के एक भी सादा न्यूज़ नहीं छपने या दिखने वाला !जिस उम्मीदवार का न्यूज़ दिख रहा,समझ लो PAID हो गया.