– कांग्रेस विचार जनजागृति अभियान ने किया विरोध प्रदर्शन
नागपुर :- लोकसभा चुनाव के 6 महीने बाद बीजेपी ने रा’य में विधानसभा चुनाव कराने की हिम्मत नहीं दिखा पाई. इसीलिए चुनाव की तारीख बार-बार टाल दी गई. आखिरिकार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद महायुति विरोधी माहौल के बावजूद अचानक महायुति और उस में भी भाजपा को एकतरफा भारी बहुमत कैसे मिल गया?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के पति परकला प्रभाकर ने ईवीएम में 76०००० वोट बढऩे पर हैरानी जताई है, वहीं अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने पूछा है कि तीन दिन बाद भी ईवीएम 99 प्र.श. चार्ज कैसे हैं? इसीलिए ईवीएम में फॉर्म नंबर 17सी से ‘यादा वोट दिख रहे थे.
इससे यह समझ आ रहा है कि बीजेपी की एकतरफा जीत लाड़ली बहन योजना का नहीं बल्कि लाड़ली ईवीएम का चमत्कार है.
एक उम्मीदवार को उसके गांव में भी वोट नहीं मिले, मनसे उम्मीदवार को केवल दो वोट मिले, जहां दोनों उम्मीदवारों को बराबर वोट मिले, कभी-कभी कुल वोटों की संख्या मतदान से अधिक थी, यह पूरी तरह से लोकतंत्र की हत्या है और संविधान के साथ खिलवाड़ है.
रा’य में चुनाव नतीजों से व्यथित 95 वर्षीय वयोवृद्ध सामाजिक कार्यकर्ता बाबा आढाव ईवीएम पर प्रतिबंध लगाने और चुनाव में अडानी के करोड़ों रुपये के निवेश की जांच की मांग को लेकर तीन दिवसीय धरने पर बैठे. मोदी इस बारे में कुछ नहीं कहते. क्या मोदी इस पर मौन सहमति नहीं दे रहे हैं?.
विकसित देशों में भी ईवीएम के बिना मतपत्रों पर चुनाव होते हैं तो भारत में ईवीएम पर क्यों? मोदी को कांग्रेस मुक्त भारत कहने के बजाय ईवीएम मुक्त भारत बनाना चाहिए. तभी निष्पक्ष चुनाव संभव हो सकेगा.
कांग्रेस विचार जनजागृति अभियान नागपुर की ओर से वेरायटी चौक स्थित गांधीजी की प्रतिमा के पास ईवीएम पर प्रतिबंध लगाने और बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को लेकर धरना तथा विरोध प्रदर्शन किया गया.
इस अवसर पर संगठन के संयोजक तनवीर अहमद, प्रवक्ता एड.शिरीष तिवारी, पूर्व नगरसेवक वासुदेव ढोके, पंडित ताराचंद शर्मा, भिमराव लांजेवार, आनंदसिंग ठाकुर, सुनिल अग्रवाल,बडा.गजानन धांडे, अर्जुनसिंह परिहार, बशीर खान, राजू पटेल, प्रकाश जाधव, बाबा खान, प्रकाश शेगांवकर, किसन निखारे, राजू जीवने, नसीम अनवर,मनोहर मानुसमारे, सोहन पटेल, गुरमीत सिह संधु, गिरजाशंकर अग्रवाल, नरेश वानखेडे, गजानन यादव, भीमराव हाडके, सुनिल ढोले, लालाजी तलवटकर, राजेन्द्र जांगडे, जीतेन्द्र दुपारे, सिताराम सावजी आदि उपस्थित थे.