– मनपा प्रशासक का मूक प्रदर्शन से मनपा राजस्व को लग रहा चुना
नागपुर – नागपुर महानगरपालिका पिछले कुछ वर्षों से आर्थिक मामले में काफी तंगी में चल रही।जिसके प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार मनपा प्रशासक है,जो सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाने में लीन है और उसी आधार पर खुद की पीठ थपथपाते नज़र आ रहे। इस क्रम में शहर भर के चौराहों पर अवैध होर्डिंग मनपा प्रशासक के कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठाने को मजबूर हो गया।
मनपा की प्रमुख आय स्रोत में से महत्वपूर्ण विज्ञापन विभाग।विज्ञापन विभाग में कर्मियों का आभाव होने से विभाग की कार्यप्रणाली लचर हो गई। यहाँ तैनात कर्मी पिछले 5 वर्षों से विज्ञापन विभाग के आय को चुना लगा रहे। अधिकृत होर्डिंग वालों के गैरकृतो को संरक्षण देने के साथ ही साथ अवैध होर्डिंग के खिलाफ नज़रअंदाज कर मनपा को नुकसान पहुंचा रहे।
दूसरी ओर खुद की पीठ थपथपाने वाले मनपा प्रशासक को अवैध होर्डिंग और अधिकृत होर्डिंग संचालक द्वारा किये जा रहे अवैध कारनामों पर समीक्षा बैठक सह कार्रवाई की बजाय सिर्फ और सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाने में व्यस्त देखा जा रहा। मनपा प्रशासक से मोदी फाउंडेशन की मांग है कि इस विभाग को गंभीरता से ले,अगर मनपा की आय में वृद्धि करनी हो तो और सम्पूर्ण शहर के चौराहों पर लगे अवैध होर्डिंग के खिलाफ जोन स्तर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए,अवैध होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाई। अन्यथा जल्द ही उजत मामले को लेकर मनपा प्रशासन के खिलाफ न्यायालय की शरण मे जाने को मजबूर होना पड़ेगा, इससे होने वाले नुकसान की सम्पूर्ण जिम्मेदारी मनपा प्रशासक की होगी।
उल्लेखनीय यह है कि मनपा प्रशासक सीसी रोड फेज -2 में हुए घोटाले को दबा कर अपनी कार्यप्रणाली का परिचय दे चुकी है। प्रशासक उन्हीं मामलों पर सक्रिय है,जहां उनकी दाल नहीं गल रही,इसलिए मनपा आर्थिक तंगी के दौर से उभर नहीं पा रहीं।जबतक मनपा में ऐसे मनपा प्रशासक रहेंगे,एक समान कानून व्यवस्था ,एकसा न्याय मुमकिन नहीं।