– श्रीमद्भागवत कथा में कृष्ण जन्म, गजेंद्र मोक्ष, बलि वामन प्रसंग का हुआ वर्णन
नागपुर :- जब- जब भी इस धरा पर पाप, अत्याचार, अधर्म की अधिकता हो जाती है तब- तब प्रभु धर्म रक्षा, जीव रक्षा के लिए अवतरित होते हैं। उक्त उद्गार वर्धमान नगर के राधा कृष्ण मंदिर में डॉ. संजय कृष्ण सलिल महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा में कृष्ण जन्म के प्रसंग पर कहे। कथा के मुख्य यजमान नारायण रौनक मनियार परिवार हैं।
सलिल महाराज ने बताया श्रीकृष्ण ने अत्याचारी कंस का वध करके पृथ्वी को अत्याचार से मुक्त किया और अपने माता-पिता को कारागार से छुड़वाया। कृष्ण जन्म की खुशी में कथा स्थल को विशेष रूप से सजाकर माखन- मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया। बधाई बांटी गई। ‘नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की’ से मंदिर गूंज उठा।छोटे बच्चों को चॉक्लेट, खिलौनों का वितरण किया गया।
सलिल महाराज ने गजेंद्र मोक्ष कथा पर आगे कहा कि मोक्ष का अर्थ है आत्मा द्वारा अपना और परमात्मा का दर्शन करना। आत्मा को मोक्ष भगवान की कृपा से प्राप्त होता है। भगवान की कृपा उन्हीं आत्माओं पर होती है जिन्होंने शरीर में रहते हुए अच्छे कर्म किए हों।
5 मई को बाल लीला (कृष्ण चरित्र), कालियामर्दन लीला, गिरिराज धारण लीला, होली महोत्सव, होगा। सभी से बड़ी संख्या में उपस्थित रहने की अपील की गई है।