नागपुर :- जैन समाज के सर्वोच्च संत, धरती पर चलते फिरते भगवान, वर्तमान के वर्धमान, संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का “78 वा अवतरण दिवस शरद पूर्णिमा” शनिवार 28 अक्टूबर 2023 को भारत देश के साथ-साथ विदेशो में भी बहुत ही उत्साह एवं हर्ष के साथ मनाया जा रहा है । आचार्य श्री का जन्म कर्नाटक के बेलगांव जिले के छोटे से गांव सदलगा में 10 अक्टूबर 1946 शरद पूर्णिमा के दिन हुआ । आपके पिताजी का नाम श्री मलप्पा जी एवम माताजी का नाम श्रीमंती जी था । बचपन में आपका नाम विद्याधर था । मात्र 22 वर्ष की उम्र में ही आपने आचार्य श्री ज्ञान सागर महाराज से दिगंबर मुनि दीक्षा प्राप्त की एवं इसके पश्चात मात्र 4 वर्ष बाद ही 26 वर्ष की अल्प उम्र में ही आपको आचार्य श्री ज्ञान सागर महाराज ने अपना आचार्य पद प्रदान किया। आचार्य के गृहस्थ अवस्था के माता-पिता ने भी दिगंबर जैन दीक्षा लेकर अपने जीवन को कृतार्थ किया । आचार्य श्री के एक बड़े भाई एवं दो छोटे भाई भी आचार्य श्री से ही दिगंबर मुनि दीक्षा धारण कर अपनी आत्म साधना एवम समाज के कल्याण के लिए कार्य कर रहे है ।
आचार्य श्री हिंदी, मराठी, इंग्लिश, कन्नड़, संस्कृत, प्राकृत भाषा में विशेषज्ञ स्तर का ज्ञान रखते हैं । आपने हिंदी और संस्कृत भाषा में विशाल मात्रा में रचनाएं लिखी हैं जिसका विभिन्न शोधकर्ताओं ने “मास्टर्स और डॉक्टरेट” के लिए अध्ययन किया है । आपके द्वारा रचित हिंदी महाकाव्य “मूकमाटी” जिसे भारत की कई यूनिवर्सिटी में हिंदी पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाता है । आचार्य श्री कई धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों के प्रेरणा स्त्रोत भी है जिसमें आज के समय के अनुसार बालिकाओं को लौकिक अध्ययन के साथ-साथ धार्मिक शिक्षा भी मिले इस विचार को ध्यान में रखते हुए एक कन्या आवासीय विद्यालय “प्रतिभास्थली ज्ञानोदय विद्यापीठ” की स्थापना की । जो कि आज रामटेक, जबलपुर, डोंगरगढ़, टीकमगढ़ एवम इंदौर शहर में बखूबी संचालित हो रही है । “इंडिया नहीं भारत बोलो” का नारा भी आचार्य ने ही कुछ वर्षों पूर्व से दिया हुआ है । आचार्य के आशीर्वाद से दयोदय गौशाला महासंघ की स्थापना भी की गई है इसके अंतर्गत देशभर में 100 से अधिक गौशाला संचालित हो रही है ।
एक ऐसे संत जिनकी चरण रज पाने के लिए भारत के कई पूर्व राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, RSS प्रमुख, कई राज्यों के राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, एवं कई मंत्री गण खुद उनके पास जाकर मार्गदर्शन लेते हैं ।
आचार्य के 78 वे अवतरण दिवस पर “जैन मिलन परिवार” परवारपुरा इतवारी नागपुर एवं सभी सहयोगियों द्वारा शनिवार 28 अक्टूबर 2023 को नागपुर के 17 जैन मंदिरों में प्रातः 8.30 बजे शुद्ध देसी घी से निर्मित लड्डू का वितरण किया जाएगा एवं नागपुर की आम जनता के लिए रविवार दिनांक 29 अक्टूबर 2023 को दोपहर 12:00 बजे से शुद्ध देसी घी से निर्मित 1178 किलो बूंदी के करीब 40000 लड्डू का वितरण पंडित बछराज व्यास चौक, बड़कस चौक महल नागपुर से किया जाएगा ।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु जैन मिलन परिवार के सोनू सिंघई जैन ,सन्मत बरया जैन,सौरभ सिंघई जैन (रानू ),सुरेंद्र जैन (बल्लू ),धर्मेंद्र जैन (गोला ),पंकज जैन नारियल,टोनी जैन,रूपेश जैन नायक,सचिन जैन,मनोज जैन (मामू ),योगेश जैन (बाबुल ),दीपक जैन मोदी,शैलेन्द्र जैन (माणिक ),संदीप जैन (डायमंड ) अथक परिश्रम कर रहे है ।
जैन मिलन परिवार की ओर से सोनू सिंघई जैन एवं राष्ट्रीय जैन माइनोरिटी ऑर्गनायजेशन महाराष्ट्र के अध्यक्ष प्रशांत मानेकर जैन ने सभी समाजजन एवं नागपुर शहर की जनता को इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर प्रसाद ग्रहण करने की अपील की है ।