– रिजर्व बैंक चौक की घटना
नागपुर :- देश में भारतीय सेना और नागरी पुलिस को काफी अनुशासन प्रिय माना जाता हैं.देश का हर नागरिक इन सैनिकों, पुलिस जवानों को अपना आदर्श मानते हुए वर्तमान समय और भविष्य में उनके ही पदचिन्हों,अनुशासन पर चलना चाहता हैं.उनसे प्रेरणा पाता हैं.
भारतीय सेना और भारतीय पुलिस प्रशासन में अनुशासनहीनता के लिए कोई जगह नहीं हैं.
इसके उल्लंघन पर दोषी जवानों को सजा का प्रावधान भी हैं. परंतु देश के यही आदर्श जवान जब समाज में अनुशासनहीनता करते हुए नजर आये तो देश के आम नागरिकों का अनुशासन पर से विश्वास टूट जाता हैं.
इसका प्रमाण सोमवार की शाम 4 बजकर 33 मिनट का हैं.शहर के रिजर्व बैंक चौक पर शाम को भारतीय सेना का एक ट्रक क्रमांक 16C 103693X रेड सिग्नल पर जेब्रा क्रॉसिंग पर खड़ा दिखा.इस सेना के अलावा अन्य वाहन भी यातायात कानून की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे थे.
एक आम नागरिक द्वारा यातायात नियमों और कानूनों की अनदेखी तो समझ में आती हैं लेकिन अनुशासन प्रिय भारतीय सेना के जवानों से यह गल्तियां जानबूझकर की जाती हैं या अनजाने में?
इन सेना के जवानों का कठोर अनुशासन का अनुभव,सजा और मजा हजारों वाहन चालक शहर से लगे कामठी परिसर स्थित सेना कैंटोन्मेंट के रास्ते से गुजरते हुए ले चुके हैं.
अब इन्हीं सेना के जवानों द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर इन्हें सजा कौन देगा?
महत्वपूर्ण बात तो यह हैं कि इस चौराहें पर तैनात यातायात पुलिस भी मूक दर्शक बनकर तमाशा देखते रहती हैं.इनका सारा ध्यान बगैर हेल्मेट पहनकर दो पहिया वाहन चलाने वाले चालकों को पकड़ पकड़कर चालान बनाने और फोटो खींचने में रहता हैं.कौन-सा वाहन चालक स्टार्ट लाईन के आगे और जेब्रा क्रॉसिंग पर खड़ा हैं,कार्यवाही का कोई नामो-निशान तक नहीं.