– कुशल, रोजगार युक्त महाराष्ट्र बनाने का संकल्प
मुंबई :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्किल इंडिया और डिजिटल पहल के तहत अब राज्य के सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में वर्चुअल क्लासरूम शुरू किए जाएंगे. इसके अलावा कुशल महाराष्ट्र और महाराष्ट्र को रोजगार युक्त बनाने का संकल्प लिया गया है, ऐसा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा.
व्यवसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय महाराष्ट्र राज्य द्वारा सह्याद्री राज्य अतिथिगृह में आयोजित स्वतंत्रता के अमृत जयंती वर्ष के अवसर पर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 75 वर्चुअल क्लास रूम/स्मार्ट क्लास रूम (Virtual Class Room / Smart Class Room) बनाये गये है, जिनका उद्घाटन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों हुआ, तब वे बोल रहे थे.
इस अवसर पर कौशल, रोजगार, उद्यमिता एवं नाविन्यता मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, अपर मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, आयुक्त डॉ. रामास्वामी, व्यवसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण निदेशालय के निदेशक दिगंबर दलवी उपस्थित थे. जबकि दूरदृश्य प्रणाली के माध्यम से राज्य के जन प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न 75 आईटीआई आईटीआई प्रशिक्षुओं ने भाग लिया.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षु विभिन्न प्रकार के कौशल प्रशिक्षण ले रहे हैं. कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग कम संसाधनों के साथ सबसे दूरदराज के क्षेत्रों में इच्छुक प्रशिक्षुओं को दुनिया का सबसे उन्नत कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने का प्रयास कर रहा है, ऐसा शिंदे ने कहा.
पहले चरण में राज्य में 75 वर्चुअल क्लासरूम का उद्घाटन किया गया है और राज्य में कुल 90 क्लासरूम तैयार हैं. वर्चुअल क्लासरूम में इंटरैक्टिव पैनल, कंप्यूटर सेवाएं, अच्छी बैठक व्यवस्था की व्यवस्था की गई है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, आईटीआई ने अब पारंपरिक शिक्षा प्रदान किए बिना स्पर्धात्मक पाठ्यक्रम शुरू किए हैं. युवाओं को कुशल बनाने के साथ-साथ उद्योग स्थापित करने को प्राथमिकता दी जा रही है. सरकार युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के बजाय रोजगार देने वाले हाथ पैदा करने का प्रयास कर रही है, ऐसा मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, राज्य सरकार ने एक वर्ष में 75 हजार नौकरियाँ देने का संकल्प लेकर सीधे नियुक्ति पत्र देने का ऐतिहासिक कार्यक्रम शुरू किया है, बहुसंख्यक पदों की निर्मिती की गई है. राज्य में उद्योगों को लाने के लिए 600 एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये है. तीन लाख नौकरियाँ दी गईं है, मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि कौशल विकास विभाग देश को विकसित करने में बड़ा योगदान देने जा रहा है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, उद्योग जगत में राज्य प्रथम स्थान पर है. उद्योग आएगा तभी रोजगार मिलेगा. युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है. इसके लिए सरकार विदेशी निवेश बढ़ाने की कोशिश कर रही है. दावोस औद्योगिक सम्मेलन में 1.37 हजार एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये. राज्य में भारी निवेश लाया गया है. हमने उद्योगों के लिए अच्छी सुविधाएं बनाई हैं. साथ ही कुशल जनशक्ति भी उपलब्ध है, ऐसा मुख्यमंत्री ने कहा. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि, समय की मांग को देखते हुए कहा कि प्रशिक्षुओं को दुनिया का विकसित कौशल प्रदान करने के लिए विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही हैं .