ओझर (जिला पुणे) :- मूर्ति तोडने से देवता का अस्तित्व नष्ट नहीं होता । देवता सूक्ष्म रूप में एक ही स्थान पर निवास करते हैं । इसलिए, ‘एक बार जब मंदिर बन जाता है, तो वह हमेशा के लिए मंदिर ही रहता है ।’ काशी विश्वेश्वर के मंदिर को तोड दिया गया और मंदिर के खंडहरों पर एक गुंबद बनाकर नमाज पढी जा रही है । यहां स्थित श्री श्रृगांरदेवी के मंदिर का द्वार बंद कर दिया गया है। वर्तमान में हिन्दुओं को वर्ष में केवल एक बार पूजा के लिए इस स्थान पर प्रवेश करने की अनुमति है । यह हिंदू मंदिरों पर कब्ज़ा करने की साजिश है । इसके विरुद्ध हम न्यायालयीन संघर्ष कर रहे हैं । कोर्ट ने 16 मई 2022 को इस स्थान पर ‘वजू’ करने पर रोक लगा दी है । केंद्रीय पुरातत्व विभाग द्वारा इस स्थान पर किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट 11 दिसंबर 2023 को कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी । जल्द ही सभी हिन्दू काशी विश्वेश्वर मंदिर के अष्टमंडप में फिर से पूजा कर पाएंगे । छत्रपति शिवाजी महाराज चाहते थे कि ‘काशी-मथुरा मुक्त हो’। इसलिए, समय आ गया है कि काशी-मथुरा को मुक्त कराया जाए और इसे फिर से सनातन धर्म को सौंप दिया जाए, ऐसा काशी के ज्ञानवापी प्रकरण में न्यायालयीन संघर्ष कर रहे सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा । वे श्री विघ्नहर सभागार में आयोजित दूसरे ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ में ‘ज्ञानवापी, काशी, मथुरा में न्यायालयीन संघर्ष और सफलता’ विषय पर बोल रहे थे ।
इस अवसर पर अधिवक्ता संदीप जायगुडे म्हणाले, ‘‘ने कहा, ‘‘नगर के नेवासा में श्री नारदमुनि के अति प्राचीन मंदिर के क्षेत्र पर मुस्लिम कब्रें बनाकर अतिक्रमण कर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं । अब वहां मंदिर की पूरी जमीन पर ‘वक्फ’ ने अपना दावा कर दिया है । हमारे पास उपलब्ध सबूतों के आधार पर हमने इस निर्णय के विरुद्ध हाइकोर्ट से स्टे लिया है ।’’ सनातन संस्था के प्रवक्ता ‘चेतन राजहंस ने कहा, ‘‘सनातन धर्म को नष्ट कर देना चाहिए, सनातन धर्म एक बीमारी की तरह है’’ इस प्रकार के बयानजानबूझ कर दिए जा रहे हैं । अगर आज सनातन धर्म को खत्म करने की बात हो रही है, तो कल मंदिरों को भी खत्म करने की बात होगी । तो आइए, संवैधानिक रूप से इनका विरोध करने के लिए धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के प्रकरण में इनके विरोध में थाने में शिकायत कर सनातन धर्म की रक्षा का कदम उठाएं !’’
इस समय हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता रमेश शिंदे ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘हलाल जिहाद’ के माध्यम से चल रहे देश विरोधी षड्यंत्र को रोकने की पहल की है । योगी जी द्वारा लिया गया यह निर्णय सराहनीय है । ‘हलाल’ प्रमाणपत्र खरीदने के लिए अरबों रुपये का भुगतान करनेवाले इजराइल ने हमास के हमले पर जवाबी कार्रवाई की, इसलिए इस्लामी संगठनों ने इजराइली उत्पादों का बहिष्कार करना शुरू कर दिया । अमेरिका में मंदिरों ने हलाल जिहाद के खिलाफ जागरूकता बढाने का काम शुरू कर दिया है, हमें भी अपने मंदिरों के माध्यम से जागरूकता बढाने की पहल करनी चाहिए ।’’ इस अवसर पर ओझर के श्री विघ्नहर गणपति मंदिर देवस्थान की ओर से अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन को शाल और श्री विघ्नहर गणपति की प्रतिमा देकर सत्कार किया गया । इस अवसर पर ओझर के श्री विघ्नहर गणपति मंदिर देवस्थान के अध्यक्ष गणेश कवडे, ट्रस्टी आनंदराव मांडे, भीमाशंकर देवस्थान के अध्यक्ष सुरेश कौदरे उपस्थित थे । इस अवसर पर लेण्याद्रि देवस्थान के अध्यक्ष जीतेन्द्र बिडबई ने अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन का भी अभिनंदन किया ।
श्री विघ्नहर गणपति मंदिर देवस्थान की वेबसाइट का अनावरण !
इस अवसर पर श्री विघ्नहर गणपति मंदिर देवस्थान की वेबसाइट https://shreevighnaharganpatiozar.com का श्री विघ्नहर सहकारी शक्कर कारखाने के अध्यक्ष सत्यशील शेरकर, अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, लेण्याद्री देवस्थान के अध्यक्ष जीतेंद्र बिडवई, श्री विघ्नहर गणपति मंदिर देवस्थान के अध्यक्ष गणेश कवडे, सनातन संस्था के धर्मप्रचारक सद्गुरु नंदकुमार जाधव तथा अन्य मान्यवरों की उपस्थिति में अनावरण किया गया ।