– अचानक या अति व्यस्त थे तो अपीलकर्ता को भी सूचित करते,इस दौरान न कॉल अटेंड करते और न मैसेज का जवाब देते हैं,क्या मेसर्स ग़ुरबक्षाणी के पक्ष में सक्रिय हैं
नागपुर :- मनपा में सीमेंट सड़क फेज -2 के भुगतान में तत्कालीन EE और वर्त्तमान में CE मनोज तालेवार के नेतृत्व में असोचनीय धांधली हुई.इस सन्दर्भ में लोकायुक्त ने साफ़ साफ़ निर्देश वर्त्तमान आयुक्त राधाकृष्णन बी को लगभग डेढ़ वर्ष पहले दिए लेकिन आजतक कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही तालेवार को पदमुक्त किया गया,बल्कि उसकी और जिम्मेदारी बढ़ा कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा.
शिकायतकर्ता ने मनपा की निष्क्रियता पर किये गए पत्र व्यवहार पर किये गए कार्रवाई का ब्यौरा RTI के तहत मांगी। मनपा CE मनोज तालेवार से सम्बंधित था इसलिए PWD या SPECIAL PROJECT डिपार्टमेंट जवाब देने के बजाय RTI निवेदन को मंगलवारी जोन भेज दिया,जो समझ से परे हैं.जोन के पास कोई जानकारी न होने के कारण उन्होंने समय पर कोई जानकारी नहीं दी.माह भर बाद RTI के आवेदक ने प्रथम अपील मनपा आयुक्त के समक्ष दायर की तो यह अपील को भी मंगलवारी ज़ोन के सहायक आयुक्त विजय हुमने के पास भेज दिया गया,इन्होने भी समय रहते जवाब नहीं दिया,जब इन्हे भनक लगी कि अपीलकर्ता आगे की कार्रवाई हेतु द्वितीय अपील दायर करने सूचना आयुक्त के दर अपील करने जा रहा तो हुमने के कार्यालय से प्रथम अपील की सुनवाई का पत्र आया,पत्र में अंकित था कि पत्र में दिए गए दिनांक/समय पर नहीं पहुंचे तो बाद में कोई दावा स्वीकार नहीं किया जाएगा।
विडंबना यह हुई कि अपीलकर्ता BEFORE TIME हुमने के कार्यालय पहुँच गए लेकिन हुमने खुद नदारत थे,पूछने पर उनके कार्यालय के कर्मी ने उलट जवाब दिया कि खुद कॉल करके पूछ लीजिए। कॉल किया तो हुमने ने जवाब आजतक नहीं दिया और न ही मैसेज का जवाब दिया।कार्यालय के कर्मी ने अपीलकर्ता की उपस्थिति तक दर्ज नहीं की.
ज्वलंत सवाल यह है कि क्या दोषी CE के सम्बन्ध में सुनवाई सहायक आयुक्त कर सकता है,अगर जिम्मेदारी दी गई प्रशासन द्वारा तो न्याय की उम्मीद कतई नहीं !
सवाल दूसरा क्या वार्ड अधिकारी हुमने CE मनोज तालेवार और मेसर्स ग़ुरबक्षाणी से मिला हुआ है जो आनाकानी कर रहा ?उधर अचानक सक्रीय हुए मेसर्स ग़ुरबक्षाणी के प्रतिनिधि ने कहा कि उक्त मामले में TENDER DESIGN में बड़ी गड़बड़ियां है,इसमें ठेकेदार कंपनी का कोई दोष नहीं ,इसलिए तालेवार के निर्देश पर जैसा जैसा कहते गए वैसा वैसा आजतक हो रहा हैं,तत्कालीन स्थाई समिति सभापति ने मदद करने से हाथ खड़ा कर दिया हैं।
क्या मनपा में ‘अंधेर नगरी चौपट राजा ‘ का राज चल रहा हैं ?