नागपुर/कामठी :- केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के नागपुर में कामठी छावनी बोर्ड (केसीबी) में तैनात एक सफाई कर्मचारी सहित तीन लोगों को माली और नर्सरी अध्यापक के पद संविदा आधार पर भर्ती के एवज में रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने बुधवार को यहां जारी बयान में बताया कि दीप रमेश सक्तेल (सफाई कर्मचारी), चंद्रशेखर कृष्णजी लंगेवार (पूर्व उपाध्यक्ष), चंद्रशेखर कुवरलाल चिधलोर (माली के पद के लिए चयनित उम्मीदवार) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था, इन सभी पर आरोप है कि ये केसीबी के लोक सेवक निजी व्यक्तियों (दलालों) की मिलीभगत से भर्ती का एक रैकेट चला रहे थे। ये लोग उम्मीदवारों से संपर्क कर उन्हें सहायक शिक्षक, माली और सफाई कर्मचारी के पद पर भर्ती के एवज में भारी रिश्वत लेते थे।
बयान के अनुसार पूर्व उपाध्यक्ष (पूर्व निर्वाचित वार्ड सदस्य) नियमित रूप से केसीबी के उक्त सफाई कर्मचारी से पात्र उम्मीदवारों से संपर्क करता था, जिनके नाम केसीबी द्वारा सहायक शिक्षक, माली और के पद के लिए प्रकाशित सूची में होते थे। उक्त सफाई कर्मचारी ने एक उम्मीदवार से संपर्क किया जो माली के पद के लिए उपस्थित हुआ था और उन्होंने उसे चयन का आश्वासन दिया।
बयान में बताया गया है कि तीनो लोगों पर आरोप है कि उम्मीदवार ने केसीबी में माली के पद पर चयन के बाद शुरू में सफाई कर्मचारी को 50 हजार रुपये की राशि का भुगतान किया और शेष भुगतान के बारे में उनसे चर्चा की और 11.50 लाख रुपये देने पर सहमत हुए।
सीबीआई ने जाल बिछाकर उक्त सफाई कर्मचारी को केसीबी, नागपुर के पूर्व उपाध्यक्ष और अन्य अधिकारियों की ओर से 11.50 लाख रुपये की कुल रिश्वत में से पहली किस्त के रूप में दो लाख रुपये की कथित रिश्वत स्वीकार करते हुए पकड़ा। प्रत्याशी (कथित रिश्वत देने वाला) भी पकड़ा गया। जांच के दौरान एक नर्सरी शिक्षिका कार्यरत (उक्त पूर्व उपाध्यक्ष की करीबी सहयोगी) की भूमिका सामने आई और उसे भी पकड़ा गया। अभियुक्तों और अन्य के आधिकारिक और आवासीय परिसरों की तलाशी में आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
तीनों आरोपियों को बुधवार को सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश, नागपुर की अदालत में पेश किया गया और उन्हें 21 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।