– मनपा प्रशासन भी उक्त मामले को लेकर काफी अड़चन में आ गई कि किसको बचाये अपने अधिकारियों को या फिर ठेकेदार को.
नागपुर – मनपा में पिछले कई दशक तक ठेकेदार DC GURBAKSHANI COMPANY का एकतरफा राज था,वह जैसा चाहता था,पदकधिकारी-अधिकारी हिलते थे,फिर चाहे काम लेने का मामला ही क्यों न हो.लेकिन पिछले डेढ़ साल में इनकी पकड़ में सेंध लग गया,संभवतः किसी हमराज ने ऐसी पोल खोली की आज मनपा प्रशासन के समक्ष आरोपी सा खड़े नज़र आ रहे.
सूत्र बतलाते है कि कुछ वर्ष पूर्व तक DC GURBAKSHANI कंपनी में लाभ के कुछ % हिस्सेदारी के तर्ज पर एक तथाकथित अभियंता JP कार्यरत था.कंपनी ने JP से परेशान होकर एक नए कर्मी को उससे कम वेतन में लाया और पूर्व कर्मी को SIDELINE कर दिया।इससे क्षुब्ध होकर पूर्व कर्मी JP ने अपना हिसाब-किताब करने की मांग की और नौकरी छोड़ने की जानकारी दी.
कंपनी ने न्यायसंगत हिसाब न करते हुए विभिन्न कर के नाम कर लाखों रूपए काट लिये।इससे क्षुब्ध होकर उस पूर्व कंपनी ने कंपनी से बदला लेने की ठानी।
इसी दौरान एक अदना सा SUPPLIER जो DC GURBAKSHANI कंपनी को भी समय-समय पर मांग के अनुरूप MATERIAL SUPPLY किया करता था.उसे भी एनएमसी/एनआईटी/पीडब्लूडी आदि में ठेकेदारी करने की योजना बनाई।इसके लिए अनुभवी और मजबूत PARTNER की तलाश में उसने DC GURBAKSHANI के पूर्व कर्मी से मिलकर समझौता कर उसे लाभ का 30% की भागीदारी का PARTNER बनाया।
जब वे अपनी कंपनी को एनएमसी/एनआईटी/पीडब्लूडी आदि में पंजीकृत ठेकेदार का पंजीयन करवाने की पहल कर रहे थे तो DC GURBAKSHANI ने उन्हें नाना प्रकार के तकलीफें दी.उन्हें खून के आंसू भी रुलाए। इससे DC GURBAKSHANI का पूर्व कर्मी JP और क्षुब्ध हो गया.इसके बाद पूर्व कर्मी ने DC GURBAKSHANI समूह से निपटने के लिए योजना बनाई।
योजना के अनुसार एनएमसी के पीडब्लूडी और वित्त विभाग के आला अधिकारी ऐसे लपेटे में आ गए और तो और मनपा प्रशासन भी उक्त मामले को लेकर काफी अड़चन में आ गई कि किसको बचाये अपने अधिकारियों को या फिर DC GURBAKSHANI को.
उल्लेखनीय यह हैं कि मामले को ठंडा करने के लिए तत्कालीन मनपा की प्रभारी मुख्य अभियंता और उसके करीबी JP ने पहले DC के खिलाफ साजिश रची,मामला गरमा गया तो मुख्य अभियंता के कहने पर JP शांत हो गया.इसके बाद पुनः JP ने गति पकड़ी फिर मुख्य अभियंता को नियमित गुमराह करता रहा.मुख्य अभियंता ने भी पूर्व कर्मी JP के समक्ष नाक रगड़े,DC GURBAKSHANI को बचाने के लिए काफी कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी तो मनपा से नाता तोड़ NMRDA चली गई. अब JP ने RTI कार्यकर्ता को टारगेट कर उससे परेशान कर रहा,जानकारी मिली है कि उससे निपटने की योजना बना रहा.RTI कार्यकर्ता भी जल्द JP की कच्चा-चिटठा लेकर सम्बंधित अधिकारियों के सामने जाने वाला हैं.