नागपूर :- थैलेसीमिया एंड सिकलसेल सेंटर रुघवानी अस्पताल, जरीपटका, नागपुर में बाल दिवस मनाया गया। थैलेसीमिया और सिकलसेल रोग से पीड़ित सभी रोगियों और बच्चों ने इस उत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर नागपुर के जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटानकर एवं जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी योगेश कुम्बेजकर अतिथि थे। कार्यक्रम के संयोजक थैलेसीमिया एंड सिकलसेल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. विंकी रुघवानी थे। मंच पर महाराष्ट्र सिंधी सेवा संगम के अध्यक्ष प्रताप मोटवानी भी अतिथियों के साथ उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी व अन्य अतिथियों के हाथों पारंपरिक दीप प्रज्वलित कर की गई। परिचयात्मक भाषण डॉ. विंकी रुघवानी ने दिया। उन्होंने बताया कि पूरे दिन बच्चों के लिए गायन प्रतियोगिता, ड्राइंग, स्केचिंग और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया और कार्यक्रम का आनंद लिया। उन्होंने अपने परिचयात्मक भाषण के दौरान थैलेसीमिया और सिकलसेल रोगियों के सामने आने वाले मुद्दों और समस्याओं को भी उठाया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी बच्चों को मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कृत किया गया।
अपने भाषण में मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुम्बेजकर ने थैलेसीमिया और सिकलसेल रोग के रोगियों की मदद करने की इच्छा व्यक्त की।
सभा को संबोधित करते हुए जिल्हाधिकारी डॉ. विपिन इटानकर ने थैलेसीमिया और सिकलसेल रोगियों की ओर से डॉ. विंकी रूघवानी द्वारा उठाए गए मुद्दों को हल करने का वादा किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि दवाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी और इन रोगियों के लिए विकलांगता प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। उन्होंने सांस्कृतिक गतिविधियों में शानदार प्रदर्शन के लिए सभी बच्चों को बधाई दी।
कार्यक्रम में सिंधी हिंदी विद्या समिति के अध्यक्ष एच.आर. बाखरू, महासचिव डॉ. आई. पी. केसवानी, कोषाध्यक्ष मोहन जोतवानी व सिंधी हिंदी विद्या समिति द्वारा संचालित महाविद्यालयों व विद्यालयों के सभी प्रधानाध्यापक व सहायक प्रधानाध्यापक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन मानसी मनवानी ने व धन्यवाद ज्ञापन विजय विधानी ने किया।