नागपुर :- मोदी सरकार द्वरा मौलाना आज़ाद फैलोशिप रद्द की गई जो कि यूपीए सरकार ने शुरू की थी जिसका लाभ अल्पसंख्यको को मिल रहा था जिससे छात्रा-छात्राओ को मिलने वाले लाभ भी अब बंद हो जाएंगे अल्पसंख्यक मंत्री श्रुती इराणी ने जो फैसला किया जिससे अल्पसंख्यक परिवारो को बड़ा आहात हुआ व छात्रों का भविष्य भी खतरे में पड़ गया। नागपुर शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आमदार विकास ठाकरे व महाराष्ट्र प्रदेश अल्पसंख्यक अध्यक्ष आमदार डॉ वजाहत मिर्ज़ा के आदेश अनुसार नागपुर शहर यवक कांग्रेस के वसीम खान के नेतृत्व में सरकार से फेलोशिप लागू करने की मांग को लेकर नागपुर में बड़ी तादाद में युवाओं ने जिल्हाधिकारी कार्यलय में विरोध प्रदर्शन किया व जिल्हाधिकारी विजया बनकर को ज्ञापन सौंपा,
इस दौरान वसीम खान ने मोदी सरकार को अल्पसंख्यक विरोधी बताते हुए कहा कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद फैलोशिप जो कि अल्पसंख्यकों (मुस्लिम, बुद्धम, इशाई,सीख, जैन,पारसी आदि) PHD व Mphil के छात्राओं को मिलती थी यह बंद करके अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय हुआ है ,केन्द्र सरकार को जल्द से जल्द इसे दोबारा लागू करना चाहिए ।।इस प्रदर्शन में नागपुर युवां काँग्रेस के नेता वसीम खान,प्रदेश युवां काँग्रेस के अक्षय डोरलिरकर, नवेद शेख, फिरोज़ खान सुशांत घनविर, दानिश बाबा,एनएसयूआई के अनिरुद्ध पांडे, फरमान अली, प्रणय पांढरे, सितीज साखरे ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल पट्टम, राजा काका चिल्लाटे, स्नेहल दहिकर अंकित गुमगौवकर, सरफ़राज़ खान, विजय साखरे, नखिल अहमद,जैनुल,नितीन ठाकरे, प्रदीप हिवसे, मोनू ठाकरे, शुभम वाटकर, जीशान व आदि उपस्थित थे।