– भ्रष्ट्राचार की जांच की मांग को लेकर 21 दिनों से जारी है आंदोलन
– अब तक नहीं जागा प्रशासन
वानाडोंगरी :– नगर परिषद में विगत 5 वर्षों में करोड़ों रुपए के भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए एसआईटी जांच की मांग को लेकर 26 फरवरी से वानाडोंगरी संघर्ष समिति द्वारा श्रृंखलाबद्ध अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। 21 दीन बित जाने के बावजूद भी किसी तरह की कोई कारवाई नही की गई। इस आंदोलन की ओर जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा कोई बड़े अधिकारी ने आकर जांच का भरोसा तक नही दिया है। आंदोलनकारियों ने यह आरोप लगाया है की सत्ताधारियों नेताओं की कटपुतली बन बैठे हैं जिले के आला अधिकारी। कोई कितना भी भ्रष्ट्राचार कर लें किसी तरह की कोई जांच नही होने दी जाएगी।
वानाडोगरी नप के कर विभाग, बंधकाम विभाग, स्वच्छता विभाग, पानी आपूर्ती विभाग, विद्युत विभाग, नगर रचना विभाग में करोड़ों रुपए की हेरा फेरी हुईं हैं। 25 प्रतिशत काम कर 100 प्रतिशत बिल निकाला गया है। मुरूम और पानी आपूर्ती में करोड़ों रुपए के फर्जी बिल निकाले गए हैं। वास्तविकता में यह कार्य लाखों रुपए में किए गए हैं। लेकिन स्थानिक पुर्व सभापति के ही सय्योगियों के नाम पर यह काम होने की वजह से बगैर काम किए करोड़ों रुपए के बिल निकाले गए हैं। जिसमें निर्माण कार्य विभाग के लिपिक भी इनके साथ मीला हुवा हैं। यह आरोप आंदोलनकर्ता नीतीश भारती ने लगाया है। इसके पुख्ता सबूत होने की भी बात कही है। पुर्व सभापति ने अपने रिश्तेदार के नाम पर करोड़ों रुपए की संपत्ति खरीदी करने का भी आरोप लगाया है।
वानाडोगरी नगर परिषद में हुवे भ्रष्ट्राचार की निष्पक्ष जांच हुईं तो अधिकारी और पदाधिकारियों द्वारा किए गए करोड़ों रुपए के भ्रष्ट्राचार का खुलासा होंगा। आंदोलनकर्ताओं में वानाडोंगरी संघर्ष समिति के पदाधिकारी नितेश भारती, दिपक नासरे, सुधीर मस्के, नंदू पोटे, सुरेश मानवटकर, संकेत सेलूकर, उमेश राऊत, वामन पाऊणपते, पंढरी कापसे, नवसू गवते, योगेश टोंगे, सतेंद्र सिंग, संजय हुरपाटे, अशोक शहाणे, कमल कांबळे , उमेश मौर्या, प्रशांत दिवे, विकी झिंगरे, निलेश भुरसे, राजेश कावळे, भुणेश ठाकरे, पराग वानखेडे, सतीश भारती, गजानन राऊत, देविदास हिवरखेडे, अर्जुन वर्मा, चंदन वर्मा, दुरवराज भारसागले, राणू शेख आदि उपस्थित थे।
आचारसंहिता के नियमो का ना हो उल्लंघन
लोकसभा के चुनाव की आचारसंहीता शुरू होने की वजह से सभी राजकीय पार्टी के बैनर नही लगा सकते। इसलिए वानाडोंगरी संघर्ष समिती के उपोषणकर्ताओ को यह बात समझाने के लिए रविवारी को गए थे। कायदा व सुव्यवस्था का प्रश्न निर्माण ना हो इस लिए 18 मार्च को फिर जाकर चर्चा की जाएगी। आचारसंहिता के नियमो का उल्लंघन कोई भी नही कर सकता। इसका सभी लोग ध्यान रखे।
– कुशल जैन,
(परिक्षाविधीन) मुख्याधिकारी, नगरपरिषद वानाडोंगरी.