नागपुर – यह मामला कोराडी विद्युत केंद्र 660 MW के वैगन उनलोडिंग के टेंडर क्रमांक Rfx 3000023098 से जुड़ा है। रेक से आने वाले कोयले के अनलोडिंग एवं वैगन हैंडलिंग के लिए टेंडर बुलाये गए थे जिसमें 2 पार्टीयों ने टेंडर जमा करवाये। टेक्निकल एवं प्राइस बिड खुलने के बाद M/s Kunal Enterprises का टेंडर L1 पाया गया। परन्तु अब यह टेंडर रीफ्लोट कर दिया गया।
विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है की M/s कुणाल एन्ट्रपरिसेस ने यह टेंडर पाने के लिए फर्जी कागज लगा कर क्वालीफाइंग रेक्विरेमेंट पूरी किया था। इसकी भनक लगने के बाद फिर से स्क्रूटनी की गयी और टेंडर रेफ्लोट किया गया।
अब सवाल यह उठता है की पहली बार में फर्जी कागज पकड़ में क्यो नही आये और क्या बिना जांच किये हुए ही मिली भगत से टेंडर पास करने की तैयारी थी।अब जब यह पता चल गया कि कागज फर्जी थे तो इस फर्जी कागज लगाने वाली कंपनी पर क्या कार्यवाही की जा रही है? क्या इसे ब्लैक लिस्ट नही करना चाहिए।