नागपूर :-सातारा जिले के कराड में भक्तिभाव के प्रतीक कृष्णा एवं कोयना नदियों के संगम के निकट महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण की समाधि स्मारक बनाया है । अनेक देशी एवं विदेशी पर्यटकों के लिए यह समाधि स्मारक आकर्षण का केंद्र और कराड की सांस्कृतिक धरोहर है । ऐसा होते हुए भी प्रशासन की अक्षम्य अनदेखी के कारण अत्यंत पवित्र प्रीति संगम के पीछे की ओर हजरत जाफर अली बाबा नामक अवैध मजार बनाई गई है । अब गुगल मैप पर भी इस मजार का लोकेशन दिखाया जा रहा है; ऐसा होते हुए भी प्रशासन मौन साधे है । यह अत्यंत संतापजनक है । अब तो शासन शीघ्रता से यह अवैध मजार हटाए और इस अवैध निर्माणकार्य के लिए उत्तरदायी प्रशासकीय अधिकारियों पर अत्यंत कठोर कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति के महाराष्ट्र राज्य संगठक सुनील घनवट ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से की है ।
समिति द्वारा शासन को भेजे गए निवेदन में कहा गया है कि महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण के निधन के उपरांत कराड नगरपालिका ने इसी कृष्णा-कोयना के प्रीतिसंगम पर साढे सात एकड की भूमि पर यह स्मारक बनाया है । प्रशासन की अक्षम्य अनदेखी के कारण ही इस स्थान पर अवैध मजार बना दी गई है । महाराष्ट्र में आज अनेक स्थानों पर इस प्रकार की अवैध मजारें, दरगाहें इत्यादि बना दी गई हैं । इस प्रकार मजार बनाकर भूमि हथियाने का यह एकप्रकार से ‘लैंड जिहाद’ही है ।
यह मजार भाव-भक्ति एवं संस्कृति की धरोहर, ऐसे प्रीतिसंगम के पीछे के भाग में होने से इस स्मारक के सौंदर्य में जो कि पर्यटन का आकर्षण था, उसे धब्बा लग गया है । शासन कराड नगरपालिका को इस मजार को तत्काल हटाने की सूचना दे । शासन एवं प्रशासन समयमर्यादा में यह कार्रवाई करे और अवैध मजार तुरंत हटाए । इसके साथ ही इस अवैध दरगाह की गुगल मैप पर प्रविष्टि निरस्त होने हेतु योग्य कार्रवाई की जाए, ऐसी मांग भी निवेदन में की गई है ।