– हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति की ओर से मुख्यमंत्री और गृहमंत्री सहित 4 पुलिस थानों में शिकायतें दर्ज
पुणे :- इस्राइल और आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला के बीच चल रहे युद्ध में इस संगठन के प्रमुख सैयद हसन नसरुल्ला को इस्राइल ने मार गिराया। हिजबुल्ला को अमेरिका और अन्य 60 देशों ने ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया है। ऐसे में छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मभूमि जुन्नर गांव (तहसील जुन्नर, जिला पुणे) में सैयद हसन नसरुल्ला को ‘मानवता के लिए लड़ने वाला शहीद’ बताते हुए बड़े होर्डिंग्स लगाए गए और 3 अक्टूबर को घटस्थापना के पवित्र दिन को ‘काला दिवस’ मनाने के लिए रैली निकाली गई। इस घटना से शिवप्रेमी और राष्ट्रप्रेमी नागरिकों में गहरा आक्रोश पैदा हो गया है। शिवछत्रपति के शिवनेरी किले वाले जुन्नर गांव में इस प्रकार के देशविघातक और देशद्रोही कार्य करने वाले मुख्य सूत्रधार को ढूंढकर सभी दोषियों के खिलाफ तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति ने की है। इस संबंध में महाराष्ट्र राज्य के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, पुलिस अधीक्षक पुणे ग्रामीण, और तलेगांव, मंचर और कोल्हापुर शहर के राजारामपुरी पुलिस थानों में शिकायतें दर्ज की गई हैं।
पुणे जिले के जुन्नर गांव के सैयदवाड़ा क्षेत्र में कुछ समाज विरोधी तत्वों द्वारा बड़े होर्डिंग्स लगाकर ‘मानवता के लिए लड़ने वाले शहीद’ के रूप में सैयद हसन नसरुल्ला का महिमामंडन किया गया। इसमें इस्राइल और अमेरिका, जो भारत के मित्र देश हैं, को आतंकवादी के रूप में संबोधित किया गया है। हिंदू राष्ट्र समन्वय समिति ने अपनी शिकायत में सवाल उठाए हैं कि जुन्नर में सैयद हसन नसरुल्ला के समर्थन में बैनरबाजी किसने और क्यों की? इस कार्य के पीछे उनका उद्देश्य क्या था? उन्हें आर्थिक सहायता कहां से मिली? 3 अक्टूबर को आतंकवादी के समर्थन में रैली निकालकर नारेबाजी किसने और क्यों की? क्या उन्होंने इसके लिए पुलिस से विधिवत अनुमति ली थी?
आतंकवादी कृत्यों का महिमामंडन कर भारत के मित्र देशों के विरुद्ध समाज में जहर और घृणा फैलाने के उद्देश्य से यह देशविघातक कृत्य किया गया है। यह कार्य छत्रपति शिवाजी महाराज के पवित्र शिवनेरी किले के पास स्थित जुन्नर में किया गया, जो महाराष्ट्र और देश की छवि पर काला धब्बा है। सैयद हसन नसरुल्ला जैसे आतंकवादी को मानवतावादी कहकर उसका महिमामंडन करने वाले फलक लगाए गए, यह पुलिस-प्रशासन के लिए शर्मनाक है। अब तो पुलिस-प्रशासन को इस पर तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसा भी शिकायत में कहा गया है।