नागपूर :- सीआरपीएफ ने अपनी कर्तव्यपरायणता के लिए भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में एक शांतिदूत के रूप में अपनी पहचान बनाई है। सीआरपीएफ ने हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है, जिसमें सक्रिय ड्यूटी में तैनात जवान ही नहीं बल्कि उनके बच्चों ने भी अनेकों ऐसे कार्य किए है जो गौरवान्वित करने वाले रहे हैं। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए मूलरूप से केरल राज्य के निवासी एवं वर्तमान में कम्पोजिट अस्पताल सीआरपीएफ-नागपुर में कार्यरत सहायक उपनिरीक्षक (मेडिक) पी.आर. नायर की होनहार एक मात्र बेटी डॉ. अग्रिमा नायर ने अपने शैक्षणिक क्षेत्र में तो उच्च शिक्षा प्राप्त कर मुकाम हासिल किया ही है अपितु हाल ही में कन्याकुमारी से लेह तक की लगभग 4200 किमी की यात्रा अकेले सोलो साइकलिंग के माध्यम से पूरी करके विश्व रिकार्ड बनाकर इतिहास रचा है।
इस बेटी ने अपने माता-पिता का नाम रोशन करते हुए महिला सशक्तिकरण की मिसाल स्थापित की है। उनके सम्मान समारोह स्वरूप दिनांक 27/09/2023 को ग्रुप केंद्र सीआरपीएफ नागपुर द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें पी. आर जम्भोलकर, उप महानिरीक्षक ग्रुप केंद्र-नागपुर, कीर्ति जम्भोलकर,अध्यक्षा क्षेत्रीय कावा नागपुर एवं भूतपूर्व महानिरीक्षक पी.जे. मोहाने एवं सभी अधिकारीगण, जवान उपस्थित रहे। डॉ. अग्रिमा नायर ने यह संदेश दिया है कि महिला किसी भी क्षेत्र मे पुरूषों से कम नहीं हैं।
एक महिला होने के नाते उनका यह अनुभव रहा है कि यदि आप में किसी काम को करने से पहले उस काम को करने का निर्णय लेने का दृढ़ संकल्प है तो वह कार्य निश्चित रूप से किया जा सकता है, उन्होने इस यात्रा के दौरान किए हुए अनुभवों को साझा किया, उन्होने बताया कि वह वर्तमान में फिर से विश्व यात्रा के लिए निकल चुकी है और यात्रा केरल से प्रारंभ होकर देश के पूर्वोत्तर राज्यों से नेपाल, भूटान, म्यंमार होते हुए फिलीपींस, बैंकाक, सिंगापुर इत्यादि देशों की ओर गुजरेगी। इस बेटी ने यह साबित कर दिखाया है कि फूल सी कोमल है तू नारी, पर इरादे तेरे फौलादों वाले हैं। पी.आर. जम्भोलकर, उप महानिरीक्षक ने अपने अभिभाषण में इनके द्वारा किए जा रहे निर्भीक कार्यों को काफी सराहा और उन्हें सम्मानित किया।