– स्थानीय कारीगरों के चेहरे खिले
नागपुर :- रेल मंत्रालय द्वारा जारी ‘वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट’ योजना को मध्य रेल जोन में शानदार प्रतिसाद मिल रहा है. जोन के तहत 74 स्टेशनों पर चल रहे 79 स्टाल्स पर अब तक रिकॉर्ड 2.46 करोड़ आय दर्ज की जा चुकी है. उल्लेखनीय है कि रेल मंत्रालय ने भारत सरकार के ‘वोकल फॉर लोकल’ दृष्टिकोण को बढ़ावा देने, स्थानीय/स्वदेशी उत्पादों के लिए बाजार प्रदान करने और अतिरिक्त आय के अवसर पैदा करने के उद्देश्य से भारतीय रेलवे पर ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट’ (ओएसओपी) योजना शुरू की. योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 25 मार्च 2022 को लॉन्च किया गया था. इन स्टालों में एकरूपता के लिए इसे राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान, अहमदाबाद द्वारा डिजाइन किया गया है.
नागपुर स्टेशन पर बांस के उत्पाद इन स्टालों पर स्वदेशी जनजातियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियां, स्थानीय बुनकरों द्वारा हथकरघा,विश्व प्रसिद्ध लकड़ी की नक्काशी जैसे हस्तशिल्प, कपड़ों पर चिकनकारी और जरी जरदोजी का काम या मसाले चाय, कॉफी और क्षेत्र में स्वदेशी रूप से उगाए गए अर्ध-प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, उत्पाद शामिल हैं. मध्य रेल जोन में नागपुर स्टेशन पर चल रहे स्टाल पर बांस के बने प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. देश के प्रमुख स्टेशनों में शामिल नागपुर स्टेशन के इस स्टाल के संचालक अपने बांस पर की गई कलाकारी से बने उत्पादों से बेहतरीन आय अर्जित कर रहे हैं. लाखों के स्टाल की तुलना में वन स्टेशन वन प्रोडक्ट स्टाल के लिए नाममात्र का किराया लिया जा रहा है. नागपुर के अलावा अहमदनगर, सीएसएमटी मुंबई, चिंचवड़, चर्चगेट, गोरेगांव, इगतपुरी, कोल्हापुर, कंकावली, कुदाल, लोनावला, पंढरपुर, परेल, पिंपरी, सतारा, सोलापुर आदि स्टेशनों पर भी ये स्टाल सफलतापूर्वक चलाए जा रहे हैं.