नागपूर :- स्त्री- पुरुष परस्पर विरोधी नही है . वे निसर्गतः समान है. बेटी बचेगी तो वह पढेगी. इसिलिए किसी ने भी बेटा -बेटी ऐसा भेद नही मानना चाहिए. यह महिला सक्षमीकरण के लिये बहुत अच्छा कदम है, ऐसा मत अतिरिक्त विभागीय आयुक्त डॉ. माधवी खोडे – चौरे ने व्यक्त किया.
भारत सरकार के ‘बेटी बचाओ- बेटी पढाओ ‘इस कार्यक्रम के तहत श्री मथुरादास मोहता विज्ञान महाविद्यालय के अंतर्गत गुणवत्ता हमी विभाग द्वारा आयोजित विशेष व्याख्यान मे वे बोल रहे थे.
उन्होने आगे कहा, मा- बाप ने अपने अपत्यओ के इच्छाओ का खयाल रखना चाहिए. सभी ने विशिष्ट उम्रमे अपने कर्तव्य का निर्वाहन करना चाहिए. केंद्र और राज्य शासन द्वारा दी गयी सुविधाओ लाभ लेना चाहिए.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. जीवन दोंतुलवार ने कहा, सभी ने सामाजिक, सांस्कृतिक और नैसर्गिक पर्यावरण के रक्षा के लिए कटीबद्ध राहिना चाहिये. उपप्राचार्य डॉ. रिना सहा ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए इस कार्यक्रम का महत्व विशद किया. कार्यक्रम का संचालन प्रा. रितू अवस्थी ने किया. कार्यक्रम सफलतार्थ कनिष्ठ महाविद्यालय की उपप्राचार्य वंदना अंबाडे, पर्यवेक्षक विजय शेंडे, डॉ. वैशाली बढीये, डॉ. अश्विनी बोधाने, डॉ. मनिषा मेश्राम, प्रा. प्रशांत निमजे और प्रा. दिनेश कोटांगले आदी ने सहकार्य किया.