एचडीएफसी बैंक परिवर्तन से महाराष्ट्र के 21 जिलों के 163 से अधिक गांवों में 64.45 लाख से अधिक लोगों का जीवन प्रभावित हुआ

नागपुर :- एचडीएफसी बैंक , भारत के अग्रणी निजी क्षेत्र के बैंक ने अपने सीएसआर ब्रांड परिवर्तन के तहत घोषणा की है कि उसने अब तक महाराष्ट्र राज्य में 64 लाख से अधिक लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। परिवर्तन अपने पांच स्तंभों के माध्यम से राज्य भर में कई सामाजिक इंटरवेंशन चलाता है: जिसमे ग्रामीण विकास, शिक्षा को बढ़ावा देना, कौशल प्रशिक्षण और आजीविका संवर्धन, स्वास्थ्य देखभाल और स्वच्छता, और वित्तीय साक्षरता और समावेशन है ।

नुसरत पठाण, हेड सीएसआर, एचडीएफसी बैंक , ने महाराष्ट्र में उत्पन्न प्रभाव के बारे में बात करते हुए कहा, “एचडीएफसी बैंक परिवर्तन की बहुक्षेत्रीय पहल आर्थिक और सामाजिक रूप से चुनौतीपूर्ण समुदायों के जीवन को बदलने में मदद करती है। कार्यक्रम लोगों के जीवन में ठोस बदलाव लाने के उद्देश्य से तैयार किए गए हैं। एचडीएफसी बैंक परिवर्तन में, हम नए सस्टेनेबल कार्यक्रम विकसित करते हैं और समुदायों के उत्थान और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए मौजूदा कार्यक्रमों को बढ़ाते हैं, इस प्रकार राष्ट्र निर्माण में योगदान देते हैं।”

परिवर्तन के प्रत्येक स्तंभ के अंतर्गत प्रमुख इंटरवेंशन सूचीबद्ध हैं

ग्रामीण विकास

इस स्तंभ के तहत, परिवर्तन समुदायों के समग्र ग्रामीण विकास को बढ़ावा देता है। नाशिक , उस्मानाबाद, नंदुरबार, सातारा, यवतमाळ, नांदेड़, जालना और वर्धा के कई जिलों में शुरू किए गए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन (एनआरएम) कार्यक्रम ने जलवायु परिवर्तन के कारण तेजी से घटते भूजल स्तर को संरक्षित करने के लिए 1,460+ मिट्टी और जल संरक्षण संरचनाएं बनाईं। इसके अलावा, उन्होंने समुदायों के उत्थान और वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए पुणे में मावळ तहसील के 16 ग्राम समूहों में भी काम किया। एचडीएफसी बैंक परिवर्तन ने 15 शहरों में 425 सौर स्ट्रीट लाइटें भी लगाईं और पांच अन्य राज्यों में 575 से अधिक लाइटें लगाने का लक्ष्य रखा है।

शिक्षा का प्रचार-प्रसार

इस स्तंभ के तहत, बैंक उन लोगों के लिए समुदायों में अनुकूल सीखने का माहौल बनाता है जिनके पास शिक्षा तक पहुंच नहीं है।शहरी क्षेत्र में शिक्षा के प्रसार को बढ़ाने के लिए, परिवर्तन आर्थिक रूप से हाशिए पर रहने वाले छात्रों के लिए 100 से अधिक डिजिटल क्लासरूम बनाएगा। इस परियोजना ने अब तक वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 3,000 से अधिक छात्रों को कवर किया है।

प्रशिक्षण एवं आजीविका संवर्धन

इस स्तंभ के तहत, बैंक स्थायी आय सृजन को सक्षम करने के लिए युवाओं को कौशल प्रदान करता है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रवासी युवाओं को बीएफएसआई, सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स, वेब डेवलपमेंट, रिटेल एसोसिएट्स जैसे कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में दाखिला दिलाकर खेती पर निर्भरता कम करने में मदद करने के लिए वैकल्पिक आजीविका विकल्प ढूंढना है। यह प्रोजैक्ट मुंबई और महाराष्ट्र के उपनगरों में तीन साल के लिए है, जो रोजगार और स्वरोजगार सुनिश्चित करने के लिए उनकी आजीविका सृजन के लिए एनएसडीसी प्रमाणित प्रशिक्षण और रोजगार प्रदान करने पर केंद्रित है।

स्वास्थ्य देखभाल एवं स्वच्छता

इस स्तंभ के तहत, परिवर्तन स्वच्छता सुविधाओं में सुधार करता है और समुदायों में सुरक्षित स्वच्छता को बढ़ावा देता है। उस्मानाबाद, सातारा, नाशिक, यवतमाळ, भंडारा, हिंगोली, नांदेड़, बीड, रत्नागिरी, औरंगाबाद, परभणी जिलों में, परिवर्तन ने 840 से अधिक घरों के लिए स्वच्छ स्वच्छता इकाइयों तक पहुंच सक्षम की है और स्कूलों के लिए 440 से अधिक स्वच्छता इकाइयों का निर्माण किया है, जिससे लगभग 4,600 छात्रों के जीवन में सुधार हुआ है।

वित्तीय साक्षरता एवं समावेशन

इस स्तंभ के तहत, परिवर्तन समुदायों को गरीबी के चक्र को तोड़ने और बैंकिंग क्षेत्र में प्रवेश करने में सक्षम बनाता है।वित्त वर्ष 24 की पहली तिमाही में 1.98+ लाख वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किए गए, जिससे 11.39+ लाख व्यक्ति प्रभावित हुए।

मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए एचडीएफसी बैंक देश में शीर्ष सीएसआर खर्च करने वालों में से एक था। 31 मार्च 2023 तक, बैंक ने सीएसआर पहल पर रु. 820.89 करोड़ खर्च किये। बैंक ने मार्च 2023 तक 9.93 करोड़ से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचकर अपने प्रभाव का विस्तार किया।

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