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– किस ट्रान्सर्पोटर के द्वारा अपने ट्रक मुरूम ढुलाई में लगाए गए,सरपंच एवं सचिव की इस प्रकरण में क्या भूमिका रहीं,कितने रूपए की सरकारी राशि की चोरी की गई,खनिकर्म विभाग मौन क्यों हैं ?
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कन्हान :- साटक ग्राम पंचायत के सीमा क्षेत्र में स्थित आबादी के तालाब का मुरूम अवैध उत्खनन के प्रकरण को www.newstoday24x7.com के द्वारा उठाए जाने के बाद अब उसका असर दिखने लगा हैं तथा मंडलअधिकारी आमडी के रिपोर्ट के अनुसार इस मुरूम एवं मिट्टी का प्रयोग साटक- बनपुरी स्थित नहर के दुरूस्तीकरण में प्रयोग करने को लेकर मंडल अधिकारी के रिपोर्ट के बाद www.newstoday24x7.com का कथन सिद्ध हुई.
साटक ग्राम पंचायत के सीमा क्षेत्र में स्थित आबादी के तालाब की अवैध खुदाई कर तालाब की मिट्टी एवं मुरूम को अवैध रूप से खुले बाजार में बेचे जाने को लेकर www.newstoday24x7.com ने समाचार प्रकाशित किए गए थे.जिसकों लेकर राजस्व विभाग सक्रिय हुआ,तथा एसडीओ रामटेक वंदना सवरंगपते सहित पारशिवनी तहसीलदार रणजीत दुसावार के द्वारा सक्रियता दिखाने के बाद आमडी के मंडलअधिकारी के द्वारा दिए गए रिपोर्ट के अनुसार साटक ग्रापं के मुरूम एवं मिट्टी का प्रयोग साटक- बनपुरी नहर की दुरूस्तीकरण को लेकर किया गया हैं.तहसील कार्यालय के पत्र क्रमांक क्र./मसा /गौण खनिज /कावी 300 /2023 के पत्र में इस आशय का उल्लेख पारशिवनी तहसीलदार के द्वारा किया गया हैं,
ज्ञात हो की इस जांच की आंच में टेकाडी पाटबंधारे विभाग सहित आमडी पाटबंधारे विभाग के अधिकारियों सहित पंचायत समिती पारशिवनी के खंडविकास अधिकारी सुभाष जाधव को भी तहसीलदार के द्वारा पत्र दिया गया हैं.प्रकरण को लेकर मिली जानकारी के अनुसार तहसील कार्यालय के पत्र क्रमांक क्र./मसा/ गौण खनिज /कावी 300 /2023 के माध्यम से तहसीलदार रणजीत दुसावार के द्वारा खंडविकास अधिकारी सुभाष जाधव को पत्र देकर साटक ग्राम पंचायत के सरपंच तरूनकुमार बर्वे एवं सचिव डी.एस.लांजेववार से मुरूम प्रकरण को लेकर सविस्तार जांच कर अहवाल मांगा गया हैं,जिसमें पंचायत समिती से विस्तार अधिकारी लिखारे के द्वारा प्रकरण को लेकर जांच पूरी कर ली गई हैं,तथा किसी भी दिन यह अहवाल एसडीओ रामटेक को दिया जा सकता हैं.
वहीं दूसरे छोर पर टेकाडी पाटबंधारे विभाग के द्वारा आईबीपीआईएल कंपनी गुजरात से संबंधित दस्तावेंज भी पारशिवनी तहसीलदार को भेजे गए हैं.इस प्रकरण को लेकर सुत्रों की माने तो प्रकरण में किस ट्रान्सर्पोटर के द्वारा अपने ट्रक मुरूम ढुलाई में लगाए गए,सरपंच एवं सचिव की इस प्रकरण में क्या भूमिका रहीं,कितने रूपए की सरकारी राशि की चोरी की गई,खनिकर्म विभाग मौन क्यों हैं ?