समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश
काटोल :- पिछले कई दिनों से बारिशना होने से खरिफ फसलों का भारी नुकसान हो रहा है, और कई जगहों पर सोयाबीन और कपास पर अज्ञात वायरस के अटैक से नये नये रोग भी सामने आ रहे हैं. वहीं पेयजल तथा कृषी के लिये सिंचाई के जल स्तर बढाणे के लिये संबंधीत विभाग द्वारा समीक्षा कर क्षति का आकलन कराना जरूरी है. इसके चलते पूर्व गृह मंत्री और विधायक अनिल देशमुख ने सुझाव दिया कि नुकसान का आकलन त्वरीत शुरू किया जाना चाहिए.
०२सितंम्बर को काटोल नरखेड़ तालुका किसानों के फसलों के क्षति को लेकर ०२सितंबर शनिवार को काटोल के उपविभागीय कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। इस समीक्षा बैठक में नागपूर जिलापरिषद के कृषि सभापती बालू जोध, नरखेड़ बाजार समिति के अध्यक्ष सुरेश अरघोड़े, नागपूर जिलापरिषद सदस्य सलिल देशमुख, काटोल पंचायम समिति के सभापती संजय डांगोरे, उपसभापती निशिकांत नागमोते, सदस्य चंदा देवारे, चंद्रशेखर कोल्हे, अनुप खराडे, गणेश चन्ने के साथ साथ उपविभागीय अधिकारी शिवराज पडोले, नरखेड तहसीलदार जाधव, काटोल तहसीलदार राजू रणवीर,नरखेड पंचायत समिती विकास अधिकारी नीलेश वानखेड़े, काटोल पंचायत समिती विकास अधिकारी दिपक गरूड, घुगल,तथा राजस्व ,कृषी, फसल बीमा एवं विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी उपस्थित थे।
सोयाबीन के फसलों पर अज्ञात रोग के कारण इस समय पीला मोज़ेक रोग का बड़े पैमाने पर प्रकोप हो रहा है। साथ ही सोयाबीन पर भी कोई अज्ञात बीमारी आ गई है. कपास पर भी “मर “रोग का प्रकोप दिखाई दे रहा है। इसके चलते पुर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अधिकारियों से कृषि विभाग की ओर से किसानों को इस संबंध में गांव गांव पहूंचकर किसानों को अज्ञात वायरस से बचने के लिये उपाय किए जाने चाहिए, इसका मार्गदर्शन करने को भी कहा.
जहां सिंचाई की सुविधा है वहां किसान पानी देकर फसल बचाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ऐसी शिकायतें भी मिली हैं कि विद्युत वितरण कंपनी के माध्यम से उचीत में बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही है. इसके चलते अनिल देशमुख ने यह भी कहा कि बिजली वितरण कंपनी के अधिकारियों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि किसानों को बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से मुहैया कराई जाए.
बॉक्स
पुर्व गृहमंत्री,विधायक अनिल देशमुख द्वारा किसानों के खरीफ फसलों को बचाने के लिये बुलाई गयी समिक्षा बैठक के अवसरपर किसानों द्वारि फसल बीमा कंपनियों के रवैय्यै के लिये रोष व्यक्त किया गया.
इस बैठक में कई शिकायतें प्रस्तुत की गईं कि किसानों को भारी नुकसान के बावजूद मनमानी नियमों के कारण किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिल रहा है। इस बारे में जब विधायक अनिल देशमुख ने उपस्थित फसल बीमा कंपनी के अधिकारियों से पूछा तो वे उचित जवाब नहीं दे सके. अनिल देशमुख ने फसल बीमा कंपनियों को चेतावनी देते हुए कहा कि नुकसान के बावजूद किसानों को बीमा राशि देने में आनाकानी करने वाली फसल बीमा कंपनियों को बख्शा नहीं जाएगा.
इसी प्रकार राजस्व विभाग के काटोल तहसील के मासोद राजस्व मंडल अधिकारी द्वारा मुख्यालय ना रहना, मासोद राजस्व मंडल के सभी ग्राम अधिकारीयों कों काटोल बुलाना, फेरफार को लेकर अनियमितता बरतने को लेकर भी शिकायत की गयी साथ ही काटोल -नरखेड तहसील के सभी राजस्व मंडल अधिकारी, ग्राम अधिकारीयों ने किसानों को सहयोग करने के विधायक अनिल देशमुख. तथा एस डी ओ शिवराज पडले द्वारा निर्देश दिये गऐ.