नागपूर :- कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने लैपटॉप, कंप्यूटर और टैबलेट के आयात पर प्रतिबंध लगाने की सराहना की है। कैट ने कहा की इस कदम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया एवं आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाते हुए इन वस्तुओं के घरेलू निर्माण और खपत को बढ़ावा मिलेगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस कदम को देश की घरेलू अर्थव्यवस्था को मज़बूत करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम बताते हुए कहा की अब तक विदेशी सामान विशाल भारतीय बाजार पर कब्जा कर रहे थे, जिससे उपभोक्ता और स्थानीय व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा था। इस कदम से गुणवत्तापूर्ण भारतीय वस्तुओं की मांग बढ़ेगी और दूसरे देशों में भारतीय मुद्रा का अनावश्यक प्रवाह रुकेगा।
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि इससे रिफर्बिश्ड वस्तुओं का आयात बंद हो जाएगा और यह घटिया उत्पादों के आयात को और रोकेगा। हालाँकि, इससे ब्रांडेड वस्तुओं के एमओपी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए क्योंकि आयात शुल्क शून्य है। यह फ्लाई बाई नाइट आयात को भी हतोत्साहित करेगा जो मुख्य रूप से जीएसटी की चोरी करता है। विदेशी कंपनियाँ जो भारत को एक विशाल बाज़ार मानती हैं, उन्हें भारत में अपने विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए भारत में निवेश करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा जो अर्थव्यवस्था के लिए एक शुभ संकेत होगा !