– नाम बड़े और उत्पाद खोटे
नागपुर :- मार्केट में अपनी पकड़ बनाने के फेर में सस्ते से सस्ता माल बेचने का हुजूम लगा हुआ है। इस चक्कर में उत्पाद की गुणवत्ता निम्न से निम्न होती जा रही है। जिसका नुकसान खरीददार रूपी ग्राहक वर्ग के स्वास्थ्य पर हो रहा है। ऐसा ही कुछ हाल है हल्दीराम के खाद्य से संबंधित उत्पाद का। पिछले दिनों हल्दीराम का पाव खरीदने एक ग्राहक कोराडी नाका स्थित एक दुकान में गया। पाव ख़रीदा और उसे आगे पीछे से चेक किया तो पूरे पाव में फंगस लगा हुआ था। दुकानदार को बताया तो दुकानदार ने ग्राहक के पैसे वापिस कर दिए। लेकिन सवाल यह है कि आज की पैकिंग वाले उत्पाद में फंगस कैसे लगा। क्या जहां निर्माण होता है,वहीं कोई अड़चन या साफ सफाई नहीं है। क्या राज्य की फ़ूड एंड ड्रग विभाग सोई हुई है। हल्दीराम मार्केट में अपना दबदबा कायम रखने के लिए सस्ते से सस्ता खाद्य पदार्थ बेच रहा,क्या उसकी खाद्य पदार्थ में गुणवत्ता है। हल्दीराम का फंगस वाला पाव 35 रोए में बेचा जा रहा है। हल्दीराम पर जिला,पुलिस और मनपा प्रशासन पहले से ही मेहरबान है,इसके किसी भी आउटलेट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं, क्योंकि उक्त तीनों विभाग के संबंधित सभी लाभार्थी होंगे इसलिए कोई भी विभाग कार्रवाई नहीं करता, बल्कि फुटपाथ पर अस्थाई रूप से व्यवसाय करने वाले के समान जप्त करने में उक्त तीनों विभाग बड़ी फुर्तीलापन दिखाती है। जिसका हर्जाना ग्राहकों को भुगतना पड़ता है,जब हल्दीराम में सॉफ्टी खाने के चक्कर मे उनकी गाड़ी यातायात विभाग वाले उठा लेते है। ऐसे में ग्राहक को कितने की पड़ी सॉफ्टी …..कम से कम 500 रुपये की,ज्यादा से ज्यादा उस गाड़ी के कागजात कितने UPDATE होंगे उस पर निर्भर है।